भारतीय क्रिकेट के गलियारों में आज एक ऐसा तूफान उठा है जिसने पुराने तमाम रिकॉर्ड्स की बुनियाद हिलाकर रख दी है और इस तूफान का नाम है ईशान किशन। पटना की गलियों से निकलकर क्रिकेट की दुनिया में अपनी धाक जमाने वाले इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने बुधवार 24 दिसंबर 2025 को विजय हजारे ट्रॉफी के पहले ही दिन वह कारनामा कर दिखाया, जिसकी कल्पना शायद ही किसी ने की होगी। टीम इंडिया से पिछले दो सालों से दूर चल रहे ईशान किशन ने अपनी वापसी का जश्न इतने जोरदार तरीके से मनाया है कि अब हर तरफ सिर्फ उन्हीं के नाम की चर्चा हो रही है। कर्नाटक जैसी मजबूत टीम के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम के ग्राउंड ‘B’ पर बल्लेबाजी करने उतरे ईशान ने गेंद के धागे खोलते हुए महज 33 गेंदों में अपना शतक पूरा कर लिया। उनकी इस पारी ने न केवल चयनकर्ताओं को एक कड़ा संदेश दिया है, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के बीच भी यह उत्सुकता पैदा कर दी है कि क्या टी-20 वर्ल्ड कप 2026 में वे भारत के सबसे बड़े मैच विनर साबित होने वाले हैं।
ईशान किशन की बल्लेबाजी का आलम यह था कि मैदान पर मौजूद हर दर्शक और विपक्षी टीम के खिलाड़ी दंग रह गए। झारखंड की ओर से छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए ईशान ने आते ही आक्रामक रुख अपनाया और महज 39 गेंदों की अपनी पारी में 125 रन ठोक डाले। उनकी इस पारी में 7 कड़क चौके और रिकॉर्ड 14 छक्के शामिल थे। जब वे क्रीज पर थे, तो ऐसा लग रहा था मानो मैदान छोटा पड़ गया हो और गेंदबाज असहाय नजर आ रहे थे। लोगों के बीच इस बात को लेकर भारी जिज्ञासा है कि कैसे एक खिलाड़ी दो साल तक टीम से बाहर रहने के बाद इतनी मानसिक मजबूती के साथ वापसी कर सकता है। दरअसल, ईशान ने हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाकर अपनी लय हासिल की थी और उसी प्रदर्शन के दम पर उन्होंने आगामी टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में अपनी जगह सुरक्षित की है। बुधवार की यह पारी उनकी इसी वापसी का एक धमाकेदार ऐलान थी, जिसे देखकर सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने कहना शुरू कर दिया है कि 'ईशान फ्लावर नहीं, फायर हैं'।
रिकॉर्ड्स की दुनिया में भी ईशान किशन ने आज अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा लिया है। 33 गेंदों में बनाया गया उनका यह शतक लिस्ट-ए क्रिकेट में किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा बनाया गया दूसरा सबसे तेज़ शतक है। दिलचस्प बात यह है कि लिस्ट-ए में सबसे तेज़ शतक का भारतीय रिकॉर्ड भी आज ही के दिन बिहार के साकिबुल गनी ने अपने नाम किया, जबकि विश्व रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के जेक फ्रेजर-मैकगर्क के नाम है जिन्होंने 29 गेंदों में यह उपलब्धि हासिल की थी। एक ही दिन में बिहार और झारखंड के तीन खिलाड़ियों—वैभव सूर्यवंशी, साकिबुल गनी और ईशान किशन—का जलवा देखकर क्रिकेट पंडित भी हैरान हैं। ईशान की इस पारी की बदौलत झारखंड ने निर्धारित 50 ओवरों में 412/9 का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसमें विराट सिंह के 88 और कुमार कुशाग्र के 63 रनों का भी अहम योगदान रहा। जनता के बीच अब यह बहस छिड़ गई है कि क्या ईशान किशन को अब भारतीय वनडे टीम में भी स्थायी रूप से जगह मिलनी चाहिए।
ईशान की इस पारी ने उन तमाम विवादों और कयासों पर विराम लगा दिया है जो पिछले कुछ समय से उनकी फिटनेस और टीम में उनकी जगह को लेकर चल रहे थे। अहमदाबाद की पिच पर उन्होंने जिस तरह से कर्नाटक के अनुभवी गेंदबाजों की धुनाई की, उसने यह साफ कर दिया है कि वे अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौट चुके हैं। लोग यह जानने को बेताब हैं कि क्या ईशान की यह आक्रामकता आगामी वर्ल्ड कप में भी इसी तरह बरकरार रहेगी। उनकी बल्लेबाजी में आज वह निडरता दिखी जो कभी महेंद्र सिंह धोनी या वीरेंद्र सहवाग की बल्लेबाजी की पहचान हुआ करती थी। जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा और ईशान के छक्कों की गिनती बढ़ती गई, स्टेडियम में उत्साह का माहौल चरम पर पहुंच गया। अब हर किसी की नजरें विजय हजारे ट्रॉफी के अगले मैचों पर टिकी हैं, जहां ईशान किशन से एक बार फिर इसी तरह के धमाके की उम्मीद की जा रही है।
आज की यह पारी केवल रनों का अंबार नहीं थी, बल्कि एक खिलाड़ी के संघर्ष और उसकी अटूट इच्छाशक्ति की कहानी थी। पटना के इस लड़के ने साबित कर दिया है कि अगर आपके भीतर प्रतिभा और मेहनत का मेल हो, तो कोई भी बाधा आपको अपनी मंजिल तक पहुंचने से नहीं रोक सकती। खेल प्रेमियों के बीच अब सबसे बड़ी जिज्ञासा इस बात को लेकर है कि क्या ईशान किशन टी-20 वर्ल्ड कप में बतौर ओपनर उतरेंगे या फिर मिडिल ऑर्डर में फिनिशर की भूमिका निभाएंगे। फिलहाल, अहमदाबाद के मैदान से उठी यह गूंज पूरे क्रिकेट जगत में सुनाई दे रही है और ईशान किशन ने अपनी 'फायर' वाली पारी से विरोधियों के खेमे में खलबली मचा दी है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

