जबलपुर. जबलपुर के ग्वारीघाट थानांतर्गत चौधरी मोहल्ले में क्षेत्रीय लोगों ने एक पुलिस कर्मी और उसके एक साथी को उस समय पकड़ लिया, जब वे एक महिला के घर संदिग्ध अवस्था में थे. लोगों ने पुलिस को सूचना देते हुए मकान में दबिश की तो पुलिस कर्मी और युवक मौके से फरार होने लगे. पुलिस कर्मी का साथी छत से कूदकर भागने की फिराक में था, लेकिन क्षेत्रीय लोगों ने पकड़ लिया.
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि पुलिस कर्मी पेंट संभालते नजर आ रहे हैं. इसके बाद जब उनका जुलूस निकाला गया तो भी वे रास्ते में पेंट ऊपर करते नजर आये.
जानकारी के अनुसार अनुसार चौधरी मोहल्ले में एक महिला दो बेटियों के साथ रहती है. मोहल्ले वालों का आरोप है कि वहां आए दिन पुलिस और अन्य लोग आते हैं. वहां शराब पीकर हंगामा करते हैं. महिलाओं पर देह व्यापार में लिप्त होने का भी लोगों ने आरोप लगाया है. कई दिनों से लोग इस घर की गतिविधियों से परेशान थे. रविवार रात को आखिरकार उनके धैर्य टूट गया. मोहल्ले वालों ने मिलकर खुद इस घर पर धावा बोल दिया.
क्षेत्रीय लोगों ने पनागर थाने में पदस्थ एसआई गोविंद तिवारी और जीतू शर्मा नाम के दो लोगों को दबोच लिया. दोनों महिला के घर की छत से भागने की भी कोशिश की, लेकिन लोगों ने पकड़ लिया. उस समय एसआई अपनी पैंट तक नहीं पहन पाया था. इसके बाद ग्वारीघाट पुलिस को सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस दोनों आरोपियों को थाने ले गई. एक स्थानीय महिला ने मामले में लिखित शिकायत भी दी है.
ग्वारीघाट थाने की पुलिस वहां पहुंची तो वहां एक एमपी 20 सीबी 4261 मिली. कार में एसआई की वर्दी मिली. कार के आगे पुलिस भी लिखा हुआ था. भागदौड़ में उसकी कैप भी घर में गिरी मिली. पुलिस आरोपी एसआई की कार भी ले गई है. अभी पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया है. एएसपी साउथ गोपाल खांडेल के मुताबिक मौके पर कैंट सीएसपी भावना मरावी भी पहुंची थीं. इस मामले की जांच उनकी सौंपी गई है. इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी. अभी जो शिकायत मिली है, उसके आधार पर कोई प्रकरण नहीं बन रहा है.
एसआई को हाल ही में मिला था प्रमोशन-
पुलिस सूत्रों की मानें तो एसआई गोविंद तिवारी को 15 दिन पहले ही प्रमोशन मिला है. 58 वर्षीय गोविंद तिवारी की छवि काफी खराब है. शराब पीने और अय्याशी के मामले में वह विभाग में बदनाम हैं. गोविंद तिवारी के खिलाफ पूर्व में गढ़ा थाने में धोखाधड़ी का भी मामला दर्ज हुआ था. हालांकि वर्तमान में वह उस मामले में बरी हो चुके हैं.
कई बार आ चुका है एसआई-
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि कि इस देह व्यापार में लिप्त इस महिला के यहां एसआई गोविंद तिवारी सहित कई लोग भी आते रहते थे. प्रकरण पुलिस वाले जुड़े होने के चलते ग्वारीघाट की टीम ने पहले इसे दबाने की भी कोशिश की, लेकिन स्थानीय लोगों के आक्रोश के चलते यह संभव नहीं हुआ. मामले की जानकारी अधिकारियों तक पहुंची. इसके बाद पुलिस ने प्रकरण को जांच में लिया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में पुजारी के घर का ताला तोड़कर सोने के जेवर चोरी
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