कर्ज चुकाने गैस एजेंसी संचालक के बेटे के अपहरण की कोशिश, 50 लाख रुपए की फिरौती लेने की योजना रही, चार गिरफ्तार, दो फरार

कर्ज चुकाने गैस एजेंसी संचालक के बेटे के अपहरण की कोशिश, 50 लाख रुपए की फिरौती लेने की योजना रही, चार गिरफ्तार, दो फरार


पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित धनवतंरी नगर क्षेत्र से गैस एजेंसी के संचालक संदीप कुसरे के नाबालिग बेटे का अपहरण करने वाले पहुंचे चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वहीं दो फरार आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है. अपहरणकर्ता लक्की सिंह राजपूत ने अपने पिता का कर्ज चुकाने के लिए नाबालिग के  अपहरण की साजिश रची थी, पुलिस अब मामले में फरार दो आरोपियों को पकडऩे के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. गौरतलब है कि धनवंतरी नगर क्षेत्र से पहले भी एक बालक का अपहरण कर हत्या करने की घटना हो चुकी है.

इस संबंध में एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि लक्की सिंह पिता इंदरसिंह राजपूत उम्र 27 वर्ष निवासी  गंगा मईया राधाकृष्ण स्कूल के पास व्हीएफजे राझी गो गैस एजेंसी बजरंग नगर पानी की टंकी के पास है,  जहॉ उसका स्वयं का आफिस भी है, लकी के  पिता इंदर सिंह राजपूत करीवन 30 साल से संदीप कुसरे की संदीप गैस एजेन्सी समीक्षा टाउन कांचघर में प्रायवेट नौकरी करते हैंए जिनके मालिक संदीप कुसरे हैं. वहीं लक्की की एजेंसी में कामर्शियल सिलेंडर का कारोबार होता रहा, जो कोराना महामारी के कारण लगे लॉक डाउन के कारण घाटा होने लगा, लक्की ने पांच लाख रुपए का कर्ज लेकर कर्मचारियों का वेतन दिया, यहां तक कि उसे अपना घर भी गिरवी रखना पड़ा, इस बीच लक्की को पता चला कि संदीप कुसरे अपनी पुरानी स्कार्पियो गाडी बेचना चाह रहे है, लक्की करीब दो माह पहले अपने साथी गोविन्द व आनंद दाहिया के साथ संदीप कुसरे से स्कार्पियों के संबंध में बात करने के लिए धनवतंरी नगर स्थित घर भी गया, जहां पर गाड़ी देखने के बाद लक्की की नजर संदीप के बेटे सुजल पर पड़ी तो उसने सुजल का अपहरण कर 50 लाख रुपए की फिरौती मांग कर्ज चुकाने की योजना बना डाली, जिसके चलते लक्की ने अपने साथी गोविंद व आनंद दाहिया से चर्चा की तो वे भी अपहरण की बात पर तैयार हो, इसके बाद राहुल, सत्यम व शिव पटैल को भी शामिल कर लिया.   

साजिशक चलते बीती दोपहर ढाई बजे के लगभग इनोवा व मोटर साइकलों से सभी आरोपी पहुंचे, जिन्होने पहले इनोवा की नम्बर प्लेट निकाल दी, इसके बाद आनंद ने मोबाईल से संदीप अंकल को फोन लगाकर कहा कि हम जो 17 फरवरी को गाडी देखने आये थे हमारे बडे भैया उसी गाडी को देखने आ रहे हैं, संदीप के कहने पर घर में नहीं है, इतना सुनते ही सभी आरोपी धनवतंरी नगर स्थित घर पहुंच गए, संदीप कुसरे का बेटा सुजल बाहर आया, जिससे शिव पटैल ने स्कार्पियों देखने के लिए कहा, सुजल ने गाड़ी दिखाई, इसके बाद साजिश के चलतेे सुजल को इनोवा में बैठाने के इरादे से कहा कि ये नम्बर शो नहीं हो रहा है,  आओ गाड़ी में बैठो, सुजल ने कहा कि कहा कि यही बाहर से लिख देते है, इतना सुनते ही आरोपियों ने सुजल को धक्का देते हुए गाड़ी में बिठाने धक्का दे दिया, सुजल को कुछ समझ आया तो उसने धक्का देते हुए चीखना शुरु कर दिया, ऊपर छत से मां से चीख पुकार मचा दी, सुजल भागकर घर के अंदर आ गया, इस बीच होमगार्ड का जवान भी आ गया, जिसे देख आरोपी स्कार्पियों से भाग निकले. इस घटना से धनवतंरी नगर क्षेत्र में सनसनी फैल गई, घटना की जानकारी लगते ही पुलिस अधिकारी भी पहुंच गए, जिन्होने संदीप से पूछताछ की तो उन्होने स्कार्पियों के लिए लक्की सिंह द्वारा चर्चा करने की बात कही, जिसपर पुलिस ने लकी सिंह को पकड़ा तो सारा मामला सामने आ गया, पुलिस ने एक के बाद एक चार आरोपियों को हिरासत मेें लिया है, वहीं दो आरोपी सत्यम कुशवाहा व शिव पटैल को पकडऩे के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही.

17 फरवरी को भी गए थे घर-

पुलिस को पूछताछ में मुख्य आरोपी लक्कीसिंह राजपूत ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ 17 फरवरी को भी अपहरण के इरादे से घर गया था, लेकिन उस वक्त घर पर संदीप कुसरे के अलावा और भी लोग रहे, जिसके चलते वे बातचीत करके वापस आ गए.

एक हजार रुपए देकर किराए की इनोवा गाड़ी ली-

पुलिस का कहना है कि रिंकू गोटियां को एक हजार रुपए एडवांस देकर इनोवा गाड़ी किराए से ली, जिसमें बैठकर नाबालिग सुजल कुसरे का अपहरण करने के लिए गए थे.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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