इन तीन बातों को सदैव याद रखें...

इन तीन बातों को सदैव याद रखें...

प्रेषित समय :07:23:40 AM / Sat, Apr 3rd, 2021

सारिका

* विश्वास करें तीन पर- भगवान की दया, आत्मा की शक्ति और सत्य शुद्ध आचरण पर।

* रखें तीन बातें गुप्त- साधना, धन और मैथुन।

* अपनी जबान से तीन बातों को बोलें- भगवदगुणों को, सत्य वचन और परोपकार।

* इनसे दूर रहें- मान, परनिंदा और अपनी बढ़ाई।

* न करें तीन का खंडन- दूसरों के इष्ट, दूसरों के शास्त्र और अपने निश्चय का।

* करें सदा स्नेहपूर्ण बर्ताव इन तीनों से- अपनी पत्नी से, अपने अधीन कर्मचारी से औेर गरीब से।

* विशेष ध्यान दें तीन की आवश्यकताओं पर- मूक प्राणी, संसार त्यागी(संन्यासी) और कुछ भी न मांगने वाले अतिथि।

* नरक के दरवाजे हैं तीन- काम, क्रोध और लोभ।

* करें जल्दी तीन कामों में- शास्त्र अध्ययन, ईश्वर भक्ति (भजन) में, और दान में।

* आदर करें दिल से तीनों का- भगवान के विग्रह, संत महात्मा और शास्त्रों का।

* करें तीन की सेवा- मित्र, पत्नी और अतिथि की।

* न फंसे तीन की कामना में- धन, पुत्र और सम्मान।

* न बनें- कृतध्न, दाम्भिक और नास्तिक।

* तीन गुणों को देखो- अपने दोष, दूसरों के गुण और महात्माओं के आदर्श आचरण।

* सेवा करें तीन की- माता-पिता, संत महात्मा और दुखी जीवों की।

* सुखी हों सिर पर रखें- भक्तों की चरणरज, तीर्थ जल और अपनी निंदा।

* तीन को मत देखें- अपने गुण, दूसरे के दोष और जीवों की रतिक्रिया।

* तीन बातों को याद करें- अपने द्वारा की गई दूसरों की बुराई, दूसरों के द्वारा किया हुआ उपकार और यह धन, मान सब विनाश होने वाले हैं।

* तीन का आश्रय लें- ईश्वर, महात्मा संत और अभिमान रहित पुरूष का।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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