रूसी नौसेना ने जापान सागर में कैलिबर क्रूज मिसाइल दागकर दहशत बढ़ाई

रूसी नौसेना ने जापान सागर में कैलिबर क्रूज मिसाइल दागकर दहशत बढ़ाई

प्रेषित समय :07:28:31 AM / Wed, Apr 7th, 2021

मॉस्को। अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के निपटने के लिए रूस ने भी कमर कस ली है। रूसी नौसेना के उत्तरी फ्लीट को एक्टिवेट करने के बाद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अब पैसिफिक फ्लीट को भी इलाके में गश्त बढ़ाने के आदेश दिए हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को रूसी नौसेना के गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट मार्शल शापानशिकोव ने जापान सागर में कैलिबर क्रूज मिसाइल दागकर इलाके में दहशत को बढ़ा दिया।

रूसी रक्षा मंत्रालय ने जारी किया वीडियो

रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस घटना का वीडियो भी जारी किया है, जिसमें मार्शल शापानशिकोव कैलिबर क्रूज मिसाइल फायर करते हुए दिखाई दे रहा है। मंत्रालय ने बताया कि मार्शल शापोशनिकोव ने जापान के सागर के केप सेर्कुम फायरिंग रेंज में पहली बार एक सतह से सतह पर मार करने वाली कैलिबर मिसाइल को दागा है। इस मिसाइल को तटीय क्षेत्रों में स्थित निशाने को बर्बाद करने के लिए फायर किया गया, जिसके लिए मिसाइल ने 1000 किलोमीटर की दूरी तय की।

जापान सागर में तनाव बढ़ने के आसार

माना जा रहा है कि रूसी सेना के हालिया मिसाइल टेस्टिंग से प्रशांत महासागर के इलाके में एक बार फिर तनाव बढ़ सकता है। इस इलाके में रूस के अलावा जापान और अमेरिका की नौसेना भी गश्त करती रहती है। ऐसे में अगर टकराव बढ़ता है तो इसका वैश्विक असर हो सकता है। उधर, चीन भी रूस के साथ मिलकर इस इलाके में गश्त बढ़ा रहा है। चीन-रूस की दोस्ती की काट खोजने के लिए जापान ने भी अमेरिका, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया जैसे मित्र देशों के साथ युद्धाभ्यास की तैयारियां शुरू कर दी हैं।

कितना खतरनाक है मार्शल शापानशिकोव

रूसी नौसेना का मार्शल शापानशिकोव हाल में ही अपग्रेड होकर लौटा है। यह 1985 में बना यह Udaloy क्लास का डिस्ट्रॉयर था, अब इसे गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट में बदल दिया गया है। इसलिए, सेना में फिर शामिल करने से पहले इसका टेस्ट किया जा रहा है। मार्शल शापानशिकोव की लंबाई 163 मीटर है। यह समुद्र में 65 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चल सकता है।

इन घातक हथियारों से लैस है मार्शल शापानशिकोव

मार्शल शापानशिकोव में 3एम54 कैलिबर मिसाइल के 16 वर्टिकल लॉन्च सिस्टम लगे हुए हैं। इसके अलावा 8 की संख्या में केएच-35 उरन एंटी शिप मिसाइल भी तैनात है। इस युद्धपोत को हवाई खतरे से बचाने के लिए 64 की संख्या में Kinzhal सर्फेस टू एयर मिसाइलें लगी हुई हैं। इस युद्धपोत का मेन गन 100 मिलीमीटर का एके-190 है। इसमें 8 की संख्या में 553 एमएम के टॉरपीडो भी लगे हैं।

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