नई दिल्ली. कोरोना संक्रमण ने धीरे धीरे पूरे देश को एक बार फिर अपनी गिरफ्त में ले लिया है, यहां तक कि अब अस्पतालों में भी बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पाजिटिव हो रहे है, दिल्ली एम्स में पिछले 10 दिनों में दो फैकल्टी सहित 20 डाक्टर संक्रमित हुए है, वहीं एमबीबीएस के 6 छात्र भी कोरोना से पाजिटिव पाए गए है. इस तरह कुल 26 डाक्टर व एमबीबीएस छात्र कोरोना से पीडि़त हुए हैं. एम्स प्रशासन के अनुसार इनमें से सिर्फ दो को ही टीका लगा है. इसलिए ज्यादातर ऐसे डाक्टर व एमबीबीएस के छात्र कोरोना से पीडि़त हुए हैं जिन्होंने टीका नहीं लिया है.
बताया जा रहा है कि एम्स में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या अधिक है, हाल ही मे 50 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मी कोरोना से पीडि़त हुए है, जिसमें डाक्टर, मेडिकल के छात्र व स्वास्थ्य कर्मी शामिल है. लेकिन एम्स ने अधिकारिक तौर पर 20 डाक्टर व 26 एमबीबीएस के छात्रों के ही संक्रमित होने की पुष्टि की है. एक दिन पहले गंगाराम अस्पताल में 37 डाक्टरों के कोरोना से पीडि़त होने की खबर रही, इनमें से 32 डाक्टर होम आइसोलेशन में हैं. वहीं पांच डाक्टर अस्पताल में भर्ती किए गए हैं.
वैक्सीनेश के बाद बीमारी का ज्यादा गंभीर होने का खतरा नहीं-
टीका लगने के बाद भी बड़ी संख्या में डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना से पाजिटिव पाए जाने पर टीके के प्रभाव को लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं लेकिन डाक्टर टीके को कारगर बता रहे हैं. अपोलो अस्पताल के श्वास रोग विशेषज्ञ डाण् राजेश चावला ने कहा कि यह कभी नहीं कहा गया कि टीका लगने के बाद कोरोना का संक्रमण नहीं होगा. इसलिए ही टीका लगने के बाद भी मास्क पहनने की सलाह दी जा रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कोरोना इफेक्ट: एक महीने के लिये बंद हुई दिल्ली एम्स की ओपीडी
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