जबलपुर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शुक्रवार को भोपाल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं उपचार की व्यवस्थाओं और संसाधनों की उपलब्धता की समीक्षा की. मुख्यमंत्री को जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिये गये निर्णयों की भी जानकारी दी गई. इस दौरान जबलपुर जिले में आगामी 15 मई तक जनता कफ्र्यू बढ़ाने का निर्णय लिया गया.
यहाँ कलेक्ट्रेट कार्यालय के एनआईसी कक्ष से वीडियों कान्फ्रेसिंग के द्वारा प्रदेश के सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को जिला आपदा प्रबंधन समूह की शुक्रवार की पूर्वान्ह आयोजित बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिले में 7 मई तक लागू कोरोना जनता कर्फ्यू को अब 15 मई तक बढ़ाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है. मंत्री श्री भदौरिया ने मुख्यमंत्री को बताया कि विधानसभा स्तर से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों की टीम गठित की गई है. अगले सात दिनों तक पूरी संकल्प शक्ति के साथ समूचे जिले में कोरोना को रोकने और लोगों को जागरूक करने विशेष अभियान चलाया जायेगा. इस मौके पर विधायक सर्वश्री अजय विश्नोई, सुशील तिवारी इंदू, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, निगमायुक्त संदीप जीआर, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, जिला पंचायत की सीईओ ऋजु बाफना मौजूद रहीं.
जबलपुर की व्यवस्था अन्य जिलों के लिये अनुकरणीय
मुख्यमंत्री ने जबलपुर जिले में विधानसभा स्तर पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उपचार इंतजामों की निगरानी हेतु संबंधित विधायक की अगुवाई में 6 सदस्यीय टीम गठित करने के प्रयासों की सराहना की. मुख्यमंत्री ने कहा यह व्यवस्था अन्य जिलों में भी की जाये, इसे संबंधित विधायक लीड करें. मंत्री श्री भदौरिया ने बताया कि विधानसभा स्तर पर गठित टीम में संबंधित विधायक सहित एसडीएम, एसडीओ पुलिस, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, नगर पालिका व नगर पंचायत के सीएमओ तथा संबंधित जनपद पंचायत के सीईओ को शामिल किया गया है. इसी प्रकार पंचायत स्तर पर भी माईक्रो मैनेजमेंट करके जनप्रतिनिधि, समाजसेवियों, पटवारी, रोजगार सहायक, सचिव आदि की टीम बनाकर सात दिनों तक कोरोना की रोकथाम हेतु अभियान चलाया जायेगा.
सहकारिता मंत्री ने मुख्यमंत्री को बताया कि यहाँ निजी मेडिकल एसोसियेशन और निजी नर्सिंग कॉलेज सहित अस्पतालों ने एक अच्छी पहल कर कोविड केयर सेंटर में दिनवार डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ उपलब्ध कराने की सहमति प्रदान की है. अगले 3-4 दिनों में यह व्यवस्था शुरू भी हो जायेगी. मंत्री श्री भदौरिया ने मुख्यमंत्री को बताया कि विधायक अजय विश्नोई से सुझाव प्राप्त हुआ है कि नर्सिंग कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं सहित इंटर्नशिप करने वाले आयुष चिकित्सकों की भी कोरोना केयर सेंटर में सेवायें ली जा सकती हैं. इससे चिकित्सकीय स्टॉफ की उपलब्धता बढ़ेगी. इस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल इस प्रस्ताव पर अमल का निर्देश अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को दिया.
युद्धस्तर पर चलेगा अभियान
मुख्यमंत्री को कलेक्टर ने वर्चुअली जानकारी दी कि जिले के शहरी क्षेत्र में 65 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 94 स्थानों को माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया गया है और इन क्षेत्रों में सख्ती से कोरोना कर्फ्यू लॉकडाउन का पालन कराया जा रहा है. कलेक्टर ने बताया कि अलगे सात दिनों तक युद्ध स्तर पर कोरोना नियंत्रण, उपचार व बचाव कार्य किया जायेगा. कलेक्टर ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिले में वर्तमान में 2079 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड एवं 1416 आईसीयू मिलाकर कुल 3495 बेड उपलब्ध हैं. बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र में अब तक साढे 10 हजार कोरोना दवाइयों का किट वितरित किया जा चुका है. इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र के अंदर घर-घर सर्वे कर कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों को कोरोना की दवाई की किट वितरित की जा रही है. नगर निगम द्वारा भी शहरी क्षेत्र में कोरोना
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी में 18 से 44 साल वालों को करना होगा वेक्सीनेशन का इंतजार, एक मई से शुरू नहीं होगा टीकाकरण
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