कोटा/जबलपुर. कोरोना महामारी के चलते पश्चिम मध्य रेलवे में स्टाफ बेनिफिट फंड कमेटी (सीएसबीएफ) की बैठक नहीं हो पा रही थी, जिसके कारण रेल कर्मचारियों को इस फंड से मिलने वाली राहत में काफी विलंब हो रहा था, किंतु डबलूसीआरईयू महामंत्री मुकेश गालव द्वारा बैठक नहीं होने पर पमरे के प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी को पत्र लिखकर व फोन पर चर्चा कर रेल कर्मचारियों को 35 लाख रुपए की मदद दिलाने के साथ अन्य कई महत्वपूर्ण निर्णय कराया.
इस संबंध में पमरे एसबीएफ कमेटी के सदस्य व डबलूसीआरईयू के जबलपुर मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण केन्द्रीय हित निधि समिति (सीएसबीएफ) की बैठक नहीं हो पा रही थी, जिसके कारण कर्मचारियों को इस फंड से राहत नहीं मिल पा रही थी. जिस पर डबलूसीआरईयू के महामंत्री मुकेश गालव ने पमरे के प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी से फोन पर वार्ता कर व पत्र लिखकर कर्मचारियों को लाभ दिलाने के लिए कई मांग रखी.
यूनियन की इस मांग पर हुआ निर्णय
- कोविड के कारण सभी कालेजों में आनलाइन पढ़ाई हो रही है. इस कार कर्मचारियों को को बोनाफाइड/अंकसूची मिलने में कठिनाई को देखते हुए सेल्फ डिक्लेरेसन/ जमा हुए फार्म के आधार पर सब कमेटी द्वारा भेजे गये सभी पात्र लाभार्थियों को स्कालरशिप दिया जाना.
- पमरे मुख्यालय की केेंटीन का ठेका 30 अप्रैल 2022 तक बढ़ाया जाना.
- वर्ष 2020-21 हेतु दिव्यांग आश्रितों के पात्र आवेदनों पर आर्थिक सहायता देना व आगामी वित्त वर्ष (2021-22) में दिव्याांग कर्मचारियों को भी आर्थिक सहायता दिये जाने हेतु नोटिफिकेशन जारी करना
- मृत कर्मचारियों के परिवारों को आर्थिक सहायता हेतु तीनों मंडलों को 20-20 लाख, दोनों कारखानों को 2-2 लाख व मुख्यालय को 1 लाख रुपए (कुल 35 लाख रुपए) मंजूर.
- स्कालरशिप हेतु प्राप्त कुल पात्र 1659 आवेदनों पर 18 हजार रुपए प्रति आवेदन के हिसाब से कुल 2 करोड़़ 98 लाख 62 हजार रुपए स्वीकृत करना शामिल है.
यूनियन ने यह भी मांग की, शीघ्र होगा निर्णय
डबलूसीआरईयू के महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि यूनियन ने सीएसबीएफ से कर्मचारियों के लिए और भी मांग की है, जिस पर शीघ्र निर्णय होगा. यह है मांगें-
- कोविड माहमारी से ग्रस्त होकर असमय काल-कवलित हुए रेलकर्मियों के परिजनों को 15000 से 25000 रुपए तक, जो उचित हो, विशेष आर्थिक पैकेज दिलाना.
- मिसलेलेनियस फंड में से तीनों मंडलों को 5-5 लाख व दोनों कारखानों को 1-2 लाख रुपए स्वीकृत किया जाना.
- कोविड के बढ़ते मरीजों को देखते हुए वित्त वर्ष 2021-22 ें से तीनों मंडलों को 10-10 लाख व दोनों कारखानों को 2-2 लाख तथा मुख्यालय को 1 लाख रुपए स्वीकृत किये जाने का यूनियन का प्रस्ताव है. इस फंड से मरीजों के इलाज हेतु आवश्यक उपकरण, आइसोलेशन सेंटर्स पर गर्म पानी की केतली, भाप की मशीन व अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति की जानी चाहिए.
- केंद्रीय चिकित्सालय जबलपुर में तीनों मंडलों से मरीज इलाज हेतु आते हैं. यहां भर्ती मरीजों की विभिन्न सुविधाओं व पौष्टिक नास्ते, फल, भोजन हेतु वन टाइम 5 लाख रुपए की स्वीकृति किया जाना शामिल है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कोटा में कूड़ा गाड़ी के जरिए सांप्रदायिक ऑडियो चलाने के आरोप में दो गिरफ्तार
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