पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में नकली इंजेक्शन के सौदागर सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीतसिंह मोखा को आज सुबह न्यायिक अभिरक्षा में सेंट्रल जेल पहुंचा दिया गया है, वहीं आज ही गुजरात पुलिस भी जबलपुर पहुंच गई है जो मोखा व उसके मैनेजर देवेश चौरसिया से पूछताछ करेगी, खबर है कि गुजरात पुलिस अपने साथ गुजरात से दो और इंदौर से एक आरोपियों को लेकर आई है, गुजरात पुलिस ने मोखा को ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है.
बताया जाता है कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में पुलिस ने सिटी अस्पताल के डायरेक्टर सरबजीतसिंह मोखा उनके मैनेजर देवेश चौरसिया को गिरफ्तार किया है, जिनपर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत भी कार्यवाही करते हुए आज सुबह सेंट्रल जेल भेज दिया गया है. मोखा के गिरफ्तार होने की खबर के बाद गुजरात पुलिस की टीम भी जबलपुर पहुंच गई है जो मोखा व देवेश चौरसिया से नकली इंजेक्शन के मामले में पूछताछ करेगी, ऐसी खबर है कि गुजरात पुलिस अपने साथ आरोपी सपन जैन, सुनील मिश्रा व आरोपी सुरेश यादव को इंदौर से साथ लेकर आई है, इन चारों से पुलिस द्वारा एक साथ पूछताछ की जाएगी, सरबजीतसिंह मोखा को लेकर शहर में तरह तरह की चर्चाओं का दौर शुरु है, सोशल मीडिया पर मोखा पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही किए जाने के लिए लोग मुखर है, हर तरफ से एक ही आवाज उठ रही है कि कोरोना संकटकाल के बीच जब हर तरफ त्राहि-त्राहि मची हुई है ऐसे समय में धन की लोलुपता में सरबजीतसिंह मोखा ने लोगों को मौत बांट दी.
कुछ इंजेक्शन इंदौर में पुलिस ने ग्राहक बनकर खरीदे जिससे मामले से पर्दा उठ सका है. जबलपुर में भी पुलिस की टीम द्वारा अपने स्तर पर अलग से जांच की जा रही है, जिसमें और भी लोगों की संलिप्तता सामने आने की खबर है. आश्चर्यजनक पहलू तो यह भी है कि अभी कुछ भाजपा के नेता मोखा के पक्ष में बात कर रहे है, जो मोखा के बड़े ही खास माने जाते है.
तीन आरोपियों को साथ लेकर आई है गुजरात पुलिस-
खबर है कि गुजरात पुलिस अपने साथ आरोपी सपन जैन, रीवा निवासी सुनील मिश्रा व इंदौर में गिरफ्तार हुए सुरेश यादव को भी जबलपुर लेकर आई है. गुजरात पुलिस ने सरबजीतसिंह मोखा को ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत किया, यहां तक कि एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा से मुलाकात कर मामले में चर्चा की. गुजरात पुलिस द्वारा सपन जैन व सुनील मिश्रा से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद यहां तलाशी अभियान चलाएगी, जिसमें जबलपुर पुलिस सहयोग करेगी.
मोखा ने सपन जैन के माध्यम से खरीदे थे 500 रेमडेसिविर इंजेक्शन-
सूत्रों की माने तो आरोपी सपन जैन के जरिए मोखा ने करीब 500 से ज्यादा नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदे थे, इन सभी में एक ही बैच नम्बर डला था, उक्त इंजेक्शन की डिलेवरी मोखा का मैनेजर देवेश चौरसिया लेने के लिए गया था.
इन शहरों में बेचे गए है नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन-
गुजरात पुलिस ने सूरत के मोरबी फार्म हाउस में नमक व ग्लूकोज मिलाकर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन तैयार किए, इन इंजेक्शनों को आरोपियों ने दिल्ली, मुम्बई, चैन्नई, राजस्थान व एमपी के शहरों में सप्लाई किया है, अभी तक गिरोह ने करीब एक लाख से ज्यादा इंजेक्शन इन शहरों को भेजे है.
मोखा का आरटीपीसीआर टेस्ट पाजिटिव-
बताया गया है कि पहले अटैक फिर कोरोना संक्रमित होकर अपने अस्पताल में भरती सरबजीतसिंह मोखा ने बचने के लिए काफी खेल खेला, इसके बाद पुलिस ने उसका रिपीट आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जो पाजिटिव आया है. इसके बाद भी गुजरात पुलिस ने मोखा को अपने साथ ले जाने की पूरी तैयारी कर ली है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में ससुराल वालों ने की मारपीट, बहू ने फांसी लगाकर की आत्महत्या..!
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