प्रदीप द्विवेदी. कोरोना संक्रमण के कारण मौजूदा हालात को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर भले ही हमलावर हो और अच्छे सुझाव भी दे रहा हो, लेकिन सच्चाई यही है कि पीएम मोदी ने केन्द्र की सत्ता और बीजेपी संगठन पर एकतरफा कब्जा कर लिया है. आत्ममुग्ध मोदी से किसी भी तरह के सुधार की उम्मीद बेकार है, लिहाजा विपक्षी नेता बेकार की बयानबाजी बंद करके, सर्वदलीय सरकार की पहल करें.
न तो पीएम मोदी में इतनी नैतिकता है कि वे गलती होने पर इस्तीफा दे दें, न ही वे अपने अलावा किसी की सुनते हैं और न ही वे अपने अलावा किसी दूसरे बीजेपी नेता को आगे आने देंगे.
यही नहीं, वे तो बीजेपी के सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी जैसे वरिष्ठ नेताओं की भी नहीं सुनते, तो विपक्ष की कहां सुनेंगे?
इस वक्त देश को सर्वदलीय सरकार की जरूरत है, यदि पीएम मोदी तैयार हो जाएं तो ठीक, वरना विपक्ष को सर्वदलीय छाया सरकार का गठन करना चाहिए.
अब जनता को विपक्ष के बयान नहीं, प्रायोगिक धरातल पर सहयोग चाहिए. विपक्ष समझ रहा है कि वह पीएम मोदी को एक्सपोज कर रहा है, लेकिन पीएम मोदी का असली चेहरा तो जनता अच्छी तरह से देख चुकी है और उसका असर भी महसूस कर रही है, किन्तु 2024 तक कुछ नहीं कर सकती है.
हो सकता है, केन्द्र सरकार के पास टैक्स के पैसे की ताकत हो, लेकिन छाया सरकार एनजीओ की तरह भी काम शुरू कर देगी, तो जनता का भरोसा जीतने में कामयाब हो सकती है.
सोनू सूद जैसे पब्लिक स्टार ने ऐसा करके दिखा भी दिया है कि केन्द्र सरकार, जनता को भगवान भरोसे छोड़ दे, तब भी बहुत कुछ किया जा सकता है.
ऐसा नहीं है कि इस आफतकाल से आम जनता ही परेशान है, कई नेता भी दुखी हैं, परन्तु अभी तो सियासी नसबंदी के कारण खामोशी छाई है, इस आफतकाल के राज तो मोदी सरकार की विदाई के बाद ही सामने आएंगे!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कोरोना संक्रमण के नये मामलों में आयी गिरावट, साढ़े तीन लाख से कम हुई संख्या
राजस्थान सरकार गांवों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में जुटी, बड़े स्तर पर शुरू होगा जन जागरण अभियान
Leave a Reply