पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में गठित की गई एसआईटी आज नरसिंहपुर पहुंची, जहां पर उन मरीजों से पूछताछ की गई जो जबलपुर के सिटी अस्पताल में भरती हुए थे, एक मरीज ने कहा कि उन्हे 6 इंजेक्शन लगाए गए लेकिन अस्पताल की नर्स ने 4 के वायल दिए, दो वायल वह अपने साथ ही लेकर चली गई थी.
बताया गया है कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में पकड़े गए सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीतसिंह मोखा व मैनेजर देवेश चौरसिया द्वारा अस्पताल में भरती मरीजों को लगाए गए नकली इंजेक्शन, सहित अन्य मामलों की जांच गठित की गई एसआईटी ने तेज कर दी है, आज नरसिंहपुर पहुंची एसआईटी के सामने पीडि़तों ने कई अहम खुलासे किए है, एक पीडि़त अजेन्द्रसिंह ने बहा कि उन्हे सिटी अस्पताल में 6 इंजेक्शन लगाए गए थे, जिसमें 4 के वायल दे दिए लेकिन दो वायल नर्स ले गई, जिससे ऐसा लगता है कि दो वायल इसलिए लग गई कि वे नकली रेमडेसिविर रहे. एसआईटी ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के 12 वायल बरामद किए है, जो किसान ब्रजेश पटैल उनके परिजनों, सहित अन्य को लगाए गए है.
गौरतलब है कि एसआईटी के गठन होने के बाद से वे परिजन सामने आ रहे है जिनके परिवार के सदस्य की मौत हुई है, उनका भी आरोप है कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाए जाने से मौत हुई है, खबर है कि नरसिंहपुर में एसआईटी ने करीब 40 ऐसे पीडि़तों के बयान दर्ज किए है जो सिटी अस्पताल में भरती हुए थे. अभी और भी जांच की जा रही है कि कितने लोग यहां से सिटी अस्पताल पहुंचे है.
मोखा के मैनेजर देवेश चौरसिया को रिमांड पर लिया-
सिटी अस्पताल के मैनेजर व मोखा के खास गुर्गे देवेश चौरसिया को ओमती पुलिस ने रिमांड पर ले लिया है, थाना में अब देवेश से पूछताछ की जाएगी, कि कितने मरीजों को नकली इंजेक्शन लगाए गए, नकली इंजेक्शन की क्या कीमत ली गई, नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवाज किसके इशारे पर होती थी, इस मामले में एसआईटी और भी साक्ष्य एकत्र कर रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में पुलिस को देखते ही दूल्हा को छोड़कर भागे बाराती..!
जबलपुर के सिहोरा में भीषण सड़़क हादसा, सड़क पार कर रहे पति-पत्नि को कार ने मारी टक्कर, दोनों की मौत
Leave a Reply