हिसार. हरियाणा के हिसार जिले के मसूदपुर गांव के बाद अब डाटा गांव ने लॉकडाउन के नियमों को मानने से इनकार कर दिया है. बुधवार को रोघी खाप (Roghi Khap) के चबूतरे पर डाटा गांव की पंचायत हुई और इसमें यह फैसला लिया गया कि गांव के अंदर कोई भी बिजली कर्मचारी और पुलिस प्रशासन के आदमी को गांव के अंदर नहीं घुसने दिया जाएगा. ग्रामीणों ने कहा कि अन्य किसी सरकारी कर्मचारी को भी गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा. अगर कोई कर्मचारी गांव के अंदर जबरदस्ती घुसता है तो वह किसी घटना का खुद जिम्मेवार होगा.
गांव के अंदर बने कोविड-19 सेंटर को भी सभी ग्राम वासियों ने उठवा दिया है. उनका कहना था कि यह केवल लूट मचाने के लिए बनाया गया था. इसके अंदर किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं थी. हिसार में किसानों के ऊपर हुए लाठीचार्ज के विरोध में सभी ग्राम वासियों ने गांव में असहयोग आंदोलन चलाने का भी फैसला लिया, जिसके तहत गांव डाटा सरकार से किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं लेगा.
गांव के 36 बिरादरी ने यह फैसला लिया और इस मौके पर गांव के सभी गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. बता दें कि हिसार में अस्थाई कोविड अस्पताल के शुभारंभ के लिए सीएम पहुंचे थे और यहां किसान उनका विरोध करके लिए लिए आए थे. पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में किसान और पुलिस के जवान घायल हुए थे. सीएम के कार्यक्रम में भीड़ ज्यादा थी और किसानों ने इस बात का भी विरोध किया. इसके बाद मसूदपुर के ग्रामीणों ने लॉकडाउन के नियमों को मानने से इनकार कर दिया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली, यूपी और हरियाणा को सुप्रीम कोर्ट का आदेश: प्रवासी मजदूरों के लिए शुरू करें सामुदायिक रसोई
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