अभिमनोजः एलोपैथी को गालियां भी दे रहे हैं और कोरोना वैक्सीन भी लगवा रहे हैं, काहे?

अभिमनोजः एलोपैथी को गालियां भी दे रहे हैं और कोरोना वैक्सीन भी लगवा रहे हैं, काहे?

प्रेषित समय :07:38:02 AM / Wed, May 26th, 2021

नजरिया. इसमें कोई शक नहीं कि आयुर्वेद एक श्रेष्ठ चिकित्सा पद्धति है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसके कारण दूसरी चिकित्सा पद्धतियों को गाली देने का हक मिल जाता है?

बाबा रामदेव के विवादास्पद बयान के बाद बाबा समर्थक सोशल मीडिया पर एलोपैथी पर जमकर निशाना साध रहे हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि यदि बाबा रामदेव कोरोना को लेकर जो कह रहे हैं, केवल वही सही है तो समर्थक कोरोना वैक्सीन क्यों लगवा रहे हैं? पीएम नरेंद्र मोदी ने क्यों वैक्सीन लगवाई? बीजेपी के बड़े नेता, मंत्री क्यों वैक्सीन लगवा रहे हैं?

यदि केंद्र सरकार बाबा रामदेव के विचारों से सहमत है, तो वैक्सीन बंद करके, बाबा रामदेव की दवाई को मान्यता क्यों नहीं दे देती है?

सच्चाई यही है कि जितनी महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति है, उतनी ही खास एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति भी है, इसलिए किसी एक को सर्वश्रेष्ठ और दूसरे को खराब बताने की आदत पर रोक लगाने की जरूरत है.

योगगुरु रामदेव और इंडियन मेडिकल असोसिएशन के विवाद के बीच एक खबर यह भी है कि इस विवाद में आचार्य बालकृष्ण ने नया मोड़ ला दिया है और उन्होंने एक ट्वीट कर इस पूरे मामले को ईसाई धर्मांतरण के षड्यंत्र से जोड़कर नया बवाल खड़ा कर दिया है. खबरों पर भरोसा करें तो बालकृष्ण ने ट्वीट किया कि सारे देश को ईसाई धर्म में तब्दील करने के षड्यंत्र के तहत बाबा रामदेव को टारगेट किया जा रहा है और योग तथा आयुर्वेद को बदनाम किया जा रहा है.

बहरहाल, कोरोना संकट के ऐसे समय में केंद्र सरकार को खामोशी से तमाशा देखने के बजाए, सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भ्रम का माहौल खत्म हो!

https://twitter.com/Abhinav_Pan/status/1397245252436647941

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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