कोरोना काल में जहां एक ओर पूरे देश में महीनों से लॉकडाउन चल रहा है. वहीं तमिलनाडु शिक्षा विभाग ने एक चौका देने वाला काम किया है. तमिलनाडु पाठ्यपुस्तक और शैक्षिक सेवा निगम ने शैक्षणिक वर्ष 2021, 22 के लिए तमिलनाडु में स्कूली छात्रों के लिए 3.8 करोड़ नई पाठ्यपुस्तकें छापी हैं. शिक्षा विभाग ने 4.1 करोड़ पाठ्यपुस्तकों का ऑर्डर दिया है, जिनमें से 3.8 करोड़ पहले ही छापी जा चुकी हैं.
किताबों के छापने का यह कवायद लंबी छुट्टियों और कोविड-19 महामारी और राज्य विधानसभा चुनावों के कारण बंद के बावजूद की गई है. पूरे आर्डर का 91 फीसदी काम पूरा हो चूका है. पाठ्यपुस्तकों (TN Textbooks) को छापकर निर्धारित केंद्रों तक पहुंचाया जा चुका है. टेक्स्टबुक छपने की जानकारी तमिलनाडु शिक्षा विभाग की ओर से दी गई है.
तमिलनाडु टेक्स्टबुक कॉरपोरेशन ने सोमवार को एक बयान में कहा कि कक्षा 8 से 12 के लिए पाठ्यपुस्तकों की छपाई का काम पूरा हो गया है और अन्य कक्षाओं के लिए एक छोटा प्रतिशत छपना बाकी है. हालांकि, निगम ने कहा कि तालाबंदी के कारण कक्षा 1 और 2 की पुस्तकों की छपाई लंबित है. राज्य में तालाबंदी हटने के बाद ही कक्षा 1 और 2 की किताबें मुद्रित और निर्धारित केंद्रों पर पहुंचाई जाएंगी.
जनवरी से शुरू हुई छपाई
पाठ्यपुस्तक निगम के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि चूंकि यह चुनावी वर्ष था, इसलिए हमने जनवरी में ही छपाई शुरू कर दी थी और मार्च और अप्रैल में मुद्रित पुस्तकों को राज्यभर के 120 नामित केंद्रों में ट्रांसफर कर दिया था. पुस्तक में कोई बड़ा सुधार नहीं होने के कारण, छपाई का काम पहले ही शुरू हो गया था. पाठ्यपुस्तक निगम उन निजी स्कूलों को भी किताबें पहुंचाएगा, जिन्होंने उनके लिए ऑर्डर दिए हैं लेकिन यह लॉकडाउन हटने के बाद ही होगा.
पी.बी. स्टेट प्लेटफॉर्म फॉर कॉमन स्कूल सिस्टम के महासचिव प्रिंस गजेंद्र बाबू ने कहा कि, जिन शिक्षकों की उम्र 50 वर्ष से अधिक है और जिन्हें बीमारी है, उन्हें बिना किसी सार्वजनिक संपर्क के स्थिर केंद्रों पर पोस्टिंग दी जानी चाहिए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कोरोना के विरुद्ध एक्शन में सीएम स्टालिन, तमिलनाडु में लागू किया 14 दिनों का पूर्ण लॉकडाउन
एम के स्टालिन ने ली तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ, 15 सदस्य पहली बार बने मंत्री
Leave a Reply