नई दिल्ली. चीन 2020 से ही कई देशों के निशाने पर है. दुनिया में कोरोना वायरस फैलाने का जिम्मेदार इसी देश को माना जा रहा है. कभी चमगादड़ के मांस से तो कभी लैब में बना कर फ़ैलाने का आरोप चीन पर लग रहा है. लेकिन अभी तक चीन ने इस बारे में कुछ भी स्पष्टीकरण नहीं दिया है. हां, दूसरे देशों पर चीन इल्जाम लगाने में सबसे आगे है. एक बार फिर चीन की एक ख़ुफ़िया हरकत लोगों के सामने आ गई. चीन ने अपने देश में इंटरनेट (Ban In China) पर काफी पाबंदी लगा रखी है. इस वजह से देश की कई खबरें बाहर नहीं आ पाती. लेकिन बीते दिनों गूगल मैप की वजह से चीन का सीक्रेट गांव लोगों की नजरों के सामने आ गया.
जब इंटरेनट पर चीन के इस गांव की तस्वीर पहली बार सामने आई तो लोगों ने इसे फेक बताया. हालांकि, अब कंफर्म हो गया है कि चीन ने याकिआंदो गांव बसाया है. इस अजीबोगरीब गांव की तस्वीर ने लोगों को हैरान कर दिया है. इसे गूगल मैप ने पकड़ा और तब जाकर दुनिया को इसकी जानकारी हुई. इसे चीन के शिचुआन प्रांत में बसाया गया है. शहर के बारे में बताया जा रहा है कि यहां कई बुद्धिस्ट भिक्षु और नन बसाया गया है. साथ ही यहां तिबतियन बुद्धिस्ट मोनेस्ट्री बनाई गई है. इस गांव को काफी घना बनाया गया है लेकिन इमारतें छोटी रखी गई है. इस वजह से ये मॉडल टाउन नजर आ रहा है.
चीन के इस सीक्रेट गांव की तस्वीर सबसे पहले सोशल मीडिया साइट रेडिट पर आई. वहां एक यूजर ने लिखा की इस तस्वीर में कुछ तो अजीब है. दिखने में खूबसूरत तो है लेकिन अजीब भी. शायद चीन ने मॉडल टाउन बनाया है. इसके बाद ही ये तस्वीर वायरल हो गई. गूगल मैप के जरिये कैमरे में आए इस गांव के बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं थी. जब तस्वीर सामने आई, इसके बाद लोग इसके बारे में बातें करने लगे. इसमें से एक शख्स ने जानकारी दी कि इस गांव को 2001 में ही बसाया गया था. लेकिन अब जब तस्वीर सामने आई है, तब इसका जिक्र शुरू हुआ है.
इस गांव खबर गूगल मैप ने दी. इसकी ऊंचाई पर पहले यार्चेन गार में 10,000 से अधिक लोग रहते थे. यह कथित तौर पर एक समय में दुनिया में सबसे बड़ा मठ माना जाता था. मई 2019 में, यार्चेन गार के लगभग 7000 निवासियों को कथित तौर पर हटा दिया गया था, जिसके बाद के महीनों में 3000 ननों के आवास भी नष्ट कर दिए गए थे. इसके बाद अब इस गांव को बसाया गया है. बता दें कि गूगल मैप की वजह से कई सीक्रेट्स आए दिन बाहर आते रहते हैं. सैटेलाइट कैमरों की वजह से सीक्रेट देशों के राज लोगों के सामने आ जाते हैं. जैसे कुछ समय पहले Google मैप की वजह से ही कैलिफोर्निया के रेगिस्तान के बीच में 'कई' टैंक मौजूद होने का राज खुला था. बाद में पता चला कि वो केर्न काउंटी, कैलिफोर्निया का चाइना लेक था. जिसे सशस्त्र बलों के उपकरणों के परीक्षण के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-उइगर मुसलमानों के मुद्दे पर बोला पाकिस्तान: चीन जो कह रहा, वही सही है
चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने दुनिया को दी चेतावनी, आंख दिखाने वालों को देंगे करारा जवाब
6 महीने में LAC के पास 100 सैन्य अभ्यास कर चुका है चीन, रिपोर्ट में खुलासा
भारत ने चीनी सीमा से सटे इलाकों में करीब 50 हजार सैनिकों की तैनाती : रिपोर्ट
चीन ने तिब्बत में अपनी पहली पूरी तरह बिजली से चलने वाली बुलेट ट्रेन शुरू की
Leave a Reply