बीजिंग. अपने आक्रामक रवैये की वजह से दुनिया के कई देशों में चिंता का कारण बन चुका चीन अपनी सैन्य क्षमता को लगातार विस्तार दे रहा है. अब उसने पानी के भीतर चलने वाला एक रोबोट ड्रोन तैयार किया है. रोबो-शार्क से तैयार चीन का यह नया हथियार दुनिया के कई देशों के लिए चिंता का कारण बन गया है. खास तौर पर दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते दखल को देखते हुए यह और भी अहम हो जाता है.
चीन ने जो रोबो-शार्क तैयार किया है, वह एक अंडरवॉटर रोबोट ड्रोन है, जो पानी के भीतर दुश्मन को आसानी से चकमा दे सकता है. शार्क की तरह दिखने वाले इस रोबोट ड्रोन की कई विशेषताएं हैं, जिनमें से एक यह भी है कि यह बहुत कम आवाज करता है और लंबे समय तक पानी में रह सकता है. यह ड्रोन बेहद तेजी के साथ काम करता है और अपने लक्ष्य को लेकर बेहद सटीक होता है.
जहाजों को निशाना भी बना सकता है चीन
ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह समुद्री रोबोट पानी के भीतर टोही, खोज और बचाव, युद्धक्षेत्र निगरानी, पनडुब्बी रोधी, जल विज्ञान सर्वेक्षण, संचार रिले और पानी के नीचे ट्रैकिंग मिशन को अंजाम दे सकता है. पारंपरिक प्रोपेलर की जगह, रोबो-शार्क का शक्ति स्रोत बायोनिक टेलफिन है, जो इसे छह समुद्री मील की अधिकतम गति दे सकता है. यह बेहद फ्लेक्सिबल भी है.
चीन के इस रोबो-शार्क को लेकर कई देशों की टेंशन बढ़ गई है. कई रिपोर्ट्स में ऐसी आशंकाएं जताई गई हैं कि चीन पानी के भीतर इसका इस्तेमाल जहाजों और पनडुब्बियों की जासूसी के लिए कर सकता है. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए टॉरपीडो फायर करने की क्षमता भी है, जिससे यह किसी भी शत्रु पक्ष के जहाज को लक्षित कर उन्हें निशाना बना सकता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूजीसी ने जारी किया शैक्षणिक कैलेंडर: अक्टूबर से शुरू होंगी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की क्लासेज
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