मुंबई. महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से हो रही तेज बारिश के कारण जगह-जगह पर पानी भर गया है और कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनती जा रही है. बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते अब तक 136 लोगों की मौत हो चुकी है. बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान रायगढ़ जिले के महाड तालुका के तालिए गांव में देखने को मिला है. इस गांव की कुल आबादी 120 लोगों की थी, जिसमें से अब तक 49 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 47 लोग अब भी लापता हैं. 12 लोग अभी भी घायल बताए जा रहे हैं.
रायगढ़ के तालिये में भूस्खलन की यह घटना गुरुवार की शाम हुई थी. गांव के लोगों का कहना है कि सरकार और प्रशासन की ओर से हमें किसी भी तरह से आपदा का अलर्ट नहीं किया गया था. 100 फीट की ऊंचाई से पत्थर सीधे गांव में गिरा और देखते ही देखते सबकुछ खत्म हो गया. ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के समय गांव में 120 लोग थे, लेकिन अब सब कुछ खत्म हो चुका है.
ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के समय स्थानीय प्रशासन ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था लेकिन बारिश रुक जाने के बाद वे सभी वापस अपने गांव आ गए थे. प्रशासन की ओर से भी उन्हें किसी तरह की कोई चेतावनी नहीं दी गई थी. रायगढ़ में तालिए गांव की तरह ही सतारा, रत्नागिरी में बाढ़ के चलते कई लोगों की मौत हो चुकी है.
बाढ़ और बारिश को देखते हुए रायगढ़, कोंकण और सतारा में अगले कुछ दिनों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले दो दिनों तक इन इलाकों में तेज बारिश होगी. कोल्हापुर, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग को ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है. बता दें कि कोल्हापुर की पंचगंगा, रत्नागिरी की काजली और मुचकुंदी, कृष्ण नदी अब भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-महाराष्ट्र में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ना तय, 18+ के वैक्सीनेशन पर लगा ब्रेक
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