गले में कोई भी माला धारण करने से पहले रखें इन 5 बातों का ख्याल

गले में कोई भी माला धारण करने से पहले रखें इन 5 बातों का ख्याल

प्रेषित समय :21:46:15 PM / Mon, Aug 2nd, 2021

अन्य आभूषणों की तरह कई लोग अपने गले में माला धारण किया करते हैं. ये माला विभिन्न प्रकार की चीज़ों से निर्मित होता है. कुछ लोग सोने या चांदी से बनी माला पहनते हैं, कुछ लोग रुद्राक्ष की माला पहनते हैं तो कुछ बस धागे की डोर से बनी मालाएं धारण करता है. हर व्यक्ति अपने निजी कारणों से माला पहनते हैं. कई बार ये केवल आभूषण की तरह अपने गले में सुशोभित किया जाता है तो कई बार लोग इसे किसी पंडित या ज्योतिष के बोलने पर अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए या काम में सफलता पाने के लिए भी पहनते हैं. कोई भी माला किसी भी कारण से पहनी जाए लोग इससे अच्छे परिणाम की ही अपेक्षा करते हैं. अपितु क्या आपको पता है बिना विचार किए ऐसे ही कोई भी माला धारण करना आपके लिए अशुभ और हानिकारक साबित हो सकता है? अत्यधिक लोगों को ये बात मालूम नहीं होती. ज़्यादातर लोगों के दिमाग में ये बात आती है नहीं है. लोगों को यही लगता है कि आखिर माला करने से क्या ही नुकसान हो सकता है. अगर आपका भी यही सोचना है तो आपको ये लेख अवश्य ही पढ़ना चाहिए. अगली बार आप ये आपके पहचान में कोई भी व्यक्ति अगर माला धारण करता है तो इन पांचों चीज़ों का ध्यान अवश्य रखें.

लाल किताब की बात मानें तो उंगली, कलाई या गले में कोई भी वस्तु धारण करने से पहले विचार करना आवश्यक होता है. अन्यथा आपको इसका बुरा परिणाम देखने को मिल सकता है. गले को व्यक्ति का लग्न स्थान माना जाता है. आप अपने गले में कुछ भी धारण करते हैं तो उसका असर आपके दिल एवं फेफड़ों पर भी नज़र आता है. आप गले में को धातु पहनते हैं उसके कारण आपकी दिल की धड़कने भी प्रभावित होती हैं जिससे ये तेज़ या धीमी हो सकती हैं.

बिना विचार किए अगर आप गले में कोई भी माला पहनते हैं तो इसका सीधा असर आपके मन-मस्तिष्क पर भी होता है. इसके साथ ही आपको अपने रक्तचाप में भी अंतर देखने को मिल सकता है. इसलिए सोच समझकर माला धारण करें.

आपको सोने की कोई वस्तु गले में धारण करने से पूर्व भी विशेष ध्यान रखना चाहिए. सोने को बृहस्पति का पवित्र धातु माना जाता है. अर्थात इसकी पवित्रता पर कोई भी आंच नहीं आनी चाहिए. अगर आप मास-मदिरा का सेवन करते हों तो कभी भी सोने की माला ना पहनें. इसके साथ ही अगर आप कोयले, लोहे या शनि की किसी भी धातु से जुड़ा कोई व्यवसाय करते हैं तो भी आप सोने की माला धारण ना करें. यदि आपको बहुत जल्दी क्रोध आता हो, आप बहुत ज़्यादा बोलते हों या आप में धैर्य की कमी हो तो भी आपको सोने की माला से परहेज करना चाहिए.

अगर आप बिना सोचे-समझे गले में कुछ भी पहन लेते हैं तो इससे आपके मन की बेचैनी भी बढ़ सकती है. इसका आभास आपको तुरंत नहीं होगी. ये धीरे-धीरे अपना प्रभाव छोड़ता है और लंबे समय में अपना असर दिखाता है. जब तक आपको इससे हुई हानि का एहसास होता है तब तक बात काफ़ी आगे पहुंच चुकी होती है. कई बार आपको ये समझ भी नहीं आ पाता कि ऐसा किस कारण हो रहा है.

जो व्यक्ति ज़रूरत से ज़्यादा क्रोध करता हो या काफ़ी भावुक स्वभाव को हो उसे कभी भी चांदी या मोती धारण नहीं करना चाहिए. इससे आपके क्रोध या आपकी भावुकता में वृद्धि हो सकती है. यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा की स्थिति कमज़ोर हो या आप अशांत महसूस कर रहे हों तो चांदी धारण करना आपके लिए शुभ हो सकता है.

www.myjyotish.com

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

स्त्रियों को शिवलिंग की पूजा करते समय एक बात पर ध्यान देना ज़रूरी है!

हर सोमवार भगवान शिव की पूजा ही नहीं वरन् माता पार्वती की पूजा भी परम फलदायक होती

शादी के बिना अधूरी नहीं है मेरी जिंदगी, जो चाहती हूं वो करती हूं: पूजा भट्ट

पूजाघर में मूर्तियां कभी भी प्रवेश द्वार के सम्मुख नहीं होनी चाहिए

Leave a Reply