नई दिल्ली. भारत और चीन ने मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल के मुताबिक पूर्वी लद्दाख के शेष मुद्दों को शीघ्रता से हल करने एवं बातचीत की गति को बनाए रखने पर अपनी सहमति जताई है.
दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख के गतिरोध वाले बिंदुओं से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया की दिशा में आगे बढऩे के उद्देश्य से बीते 31 जुलाई को हुई 12वें दौर की सैन्य वार्ता के दो दिन बाद सोमवार को यह संयुक्त बयान जारी किया गया है. दोनों पक्ष अंतरिम तौर पर इस बात के लिए भी सहमत हुए कि वे पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रभावी प्रयास जारी रखेंगे और संयुक्त रूप से शांति बनाए रखेंगे.
बैठक के दौरान भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ-साथ गतिरोध वाले स्थानों से सेना की वापसी से संबंधित शेष क्षेत्रों के समाधान पर दोनों पक्षों ने खुलकर बात की और एक-दूसरे के विचारों को साझा किया. दोनों देशों ने 12वें दौर की बैठक को रचनात्मक बताया और कहा कि इससे आपसी समझ को और बढ़ाने में मदद मिली है. बैठक का यह दौर 14 जुलाई को दुशांबे में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक और 25 जून को आयोजित भारत-चीन सीमा मामलों (डब्लूएमसीसी) पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र की 22वीं बैठक के बाद आयोजित किया गया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-तेलंगाना के काकतीय रामप्पा मंदिर को यूनेस्को ने घोषित किया विश्व धरोहर
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