पटना. लालू प्रसाद यादव के परिवार में एक बार फिर से शीत युद्ध देखने को मिल रहा है. इस बात की पुष्टि तब हुई जब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की तरफ से पटना की सड़कों पर पोस्टर लगाए गए. हैरानी की बात यह है कि इस पोस्टर में तेजप्रताप के साथ तेजस्वी कहीं नजर नहीं आ रहे हैं.
इस पोस्टर में लालू और राबड़ी की तस्वीर तो नजर आ रही है लेकिन तेजस्वी गायब हैं. ये पोस्टर्स सड़कों पर ही नहीं बल्कि पटना में पार्टी दफ्तर पर भी लगाए गए हैं. बता दें कि आज तेजप्रताप ने राजद की छात्र इकाई की बैठक बुलाई है. इसमें संगठन से जुड़े सभी पदाधिकारियों को मौजूद रहने का आदेश जारी किया गया है.
इस मौके पर तेजप्रताप के समर्थकों ने पटना में कई जगहों पर पोस्टर लगाए हैं. इन पोस्टरों में तेजस्वी यादव को जगह नहीं मिली है. हालांकि इन पोस्टरों पर लालू यादव और राबड़ी देवी मौजूद हैं. यहां तक की छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव तक की तस्वीर लगी हुई है.
11 जून को पार्टी के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर लगाए गए पोस्टर्स से तेजप्रताप की तस्वीर गायब थी. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि ये पोस्टर एक तरह से राजनीतिक बदला है. जानकारी के अनुसार पोस्टर में जगह न मिलने पर तेजप्रताप यादव काफी नाराज थे. मंच पर भी उनकी ये नाराजगी दिखी थी.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के नेतृत्व में शनिवार को मंडल दिवस पर पटना में आयोजित धरना-प्रदर्शन हुआ. इस दौरान तेजस्वी और तेजप्रताप इस दौरान कहीं नजर नहीं आए. उन्होंने कहा कि देश में जातीय जनगणना कराने संबंधी प्रस्ताव बिहार विधानसभा द्वारा दो बार सर्वसम्मति से पारित कर भेजा गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-शाह और नड्डा से मिलने के बाद बोले बाबुल सुप्रियो- राजनीति छोड़ी है लेकिन सांसद बने रहेंगे
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