इस्लामाबाद. सऊदी अरब ने उमराह के आवेदनों के लिए पाकिस्तानी यात्रियों समेत कुल नौ देशों के यात्रियों को अपने देश में प्रवेश की अनुमति नहीं दी है. सऊदी अरब के धार्मिक मामलों के केंद्रीय मंत्री नूर उल हक कादरी ने यह जानकारी दी है. इधर, पाकिस्तान की केंद्रीय मंत्री ने ब्रिटिश सरकार के उनके देश को कोविड के चलते यात्रा के लिए प्रतिबंधित देशों की सूची में रखने के फैसले पर रोष जताया है.
ब्रिटेन के पाक यात्रियों को रेड लिस्ट में डालने से उखड़ा पाकिस्तान
बाखबर सवेरा अखबार के मुताबिक सऊदी अरब के मंत्री नूर उल हक कादरी ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान अभी भी उन नौ देशों में शामिल है, जिन्हें सऊदी अरब में प्रवेश की इजाजत नहीं है. ध्यान रहे कि सऊदी अरब ने कुछ शर्तों के साथ उमराह के लिए उन यात्रियों को इजाजत दे दी है कि जिनको कोविड के दो टीके लग चुके हैं. जिन लोगों ने चीनी वैक्सीन सिनोवैक और सीनोफार्म समेत एस्ट्राजेनिका की कोविशील्ड, फाइजर, मार्डेना या जानसन एंड जानसन की वैक्सीन लगाई है, वही लोग सऊदी अरब में प्रवेश पा सकेंगे.
ब्रिटेन ने कभी भी पाकिस्तान से कोविड-19 के हालात संबंधी डाटा नहीं मांगा
इस बीच, पाकिस्तान के जियो न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि सोमवार को मानवाधिकार मंत्री शीरीन मजारी ने कहा कि इस फैसले की समीक्षा के लिए ब्रिटेन ने कभी भी पाकिस्तान से कोविड-19 के हालात संबंधी डाटा नहीं मांगा है. मंत्री उस रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रही थीं, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान को रेड लिस्ट में डाला गया है, क्योंकि उसने ब्रिटिश प्रशासन को टीकाकरण और कोविड परीक्षण से संबंधित आंकड़े मुहैया नहीं कराए हैं.
ब्रिटिश सरकार का पक्षपातपूर्ण रवैया
मजारी ने ट्वीट करके इसे बकवास बताते हुए कहा कि ब्रिटिश सरकार पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रही है. उन्होंने दावा किया कि पूरे विश्व को पता है कि भारत कोविड को बहुत ही लापरवाही से ले रहा है. इसके बावजूद ब्रिटेन ने उसे रेड लिस्ट से एम्बर लिस्ट में डाल दिया है, जबकि पाकिस्तान को रेड लिस्ट में रखा है. उसके बाद बचकाना आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने कोविड संबंधी आंकड़े ही नहीं दिए हैं.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश सरकार ने कोविड के हालात में यात्रा संबंधी एडवाइजरी जारी करते हुए पाकिस्तान को रेड लिस्ट में डाल दिया है. ब्रिटेन के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी जो चर्चिल के छह अगस्त के लिखे पत्र के अनुसार पाकिस्तान को खतरे वाले देशों की सूची में रखने की वजह स्पष्ट की गई है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-तेलंगाना के काकतीय रामप्पा मंदिर को यूनेस्को ने घोषित किया विश्व धरोहर
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