ज्योतिषी शास्त्रों के अनुसार कालसर्प दोष 12 प्रकार के बताए गए हैं:-
1. अनंत
2. कुलिक
3. वासुकि
4. शंखपाल
5. पद्म
6. महापद्म
7. तक्षक
8. कर्कोटक
9. शंखनाद
10. घातक
11. विषाक्त
12. शेषनाग
आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) छतरपुर मध्यप्रदेश,
किसी भी प्रकार की समस्या समाधान के लिए सम्पर्क कर सकते हो,
सम्पर्क सूत्र:- 9131366453
कुंडली में 12 तरह के कालसर्प दोष होने के साथ ही राहु की दशा, अंतरदशा में अस्त-नीच या शत्रु राशि में बैठे ग्रह मारकेश या वे ग्रह जो वक्री हों, उनके चलते जातक को कष्टों का सामना करना पड़ता है. इस योग के चलते जातक असाधारण तरक्की भी करता है, लेकिन उसका पतन भी एकाएक ही होता है.
किसी कुंडली के जानकार व्यक्ति से ही कालसर्प दोष का निवारण कराया जाना चाहिए.
क्या हैं कालसर्प दोष के लक्षण:-
1. बाल्यकाल में किसी भी प्रकार की बाधा का उत्पन्न होना. अर्थात घटना-दुर्घटना, चोट लगना, बीमारी आदि का होना.
2. विद्या अध्ययन में रुकावट होना या पढ़ाई बीच में ही छूट जाना. पढ़ाई में मन नहीं लगना या फिर ऐसी कोई आर्थिक अथवा शारीरिक बाधा जिससे अध्ययन में व्यवधान उत्पन्न हो जाए.
3. विवाह में विलंब भी कालसर्प दोष का ही एक लक्षण है. यदि ऐसी स्थिति दिखाई दे तो निश्चित ही किसी विद्वान ज्योतिषी से संपर्क करना चाहिए. इसके साथ ही इस दोष के चलते वैवाहिक जीवन में तनाव और विवाह के बाद तलाक की स्थिति भी पैदा हो जाती है.
4. एक अन्य लक्षण कालसर्प दोष है संतान का न होना और यदि संतान हो भी जाए तो उसकी प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है.
5. परिजन तथा सहयोगी से धोखा खाना, खासकर ऐसे व्यक्ति जिनका आपने कभी भला किया हो.
6. घर में कोई सदस्य यदि लंबे समय से बीमार हो और वह स्वस्थ नहीं हो पा रहा हो साथ ही बीमारी का कारण पता नहीं चल रहा है.
7. आए दिन घटना-दुर्घटनाएं होते रहना.
8. रोजगार में दिक्कत या फिर रोजगार हो तो बरकत न होना.
9. इस दोष के चलते घर की महिलाओं को कुछ न कुछ समस्याएं उत्पन्न होती रहती हैं.
10. रोज घर में कलह का होना. पारिवारिक एकता खत्म हो जाना.
11. घर-परिवार मांगलिक कार्यों के दौरान बाधा उत्पन्न होना.
12. यदि परिवार में किसी का गर्भपात या अकाल मृत्यु हुई है तो यह भी कालसर्प दोष का लक्षण है.
13. घर के किसी सदस्य पर प्रेतबाधा का प्रकोप रहना या पूरे दिन दिमाग में चिड़चिड़ापन रहना.
नाशिक में इस दोष से मुक्ति का सबसे उत्तम स्थान माना गया है, जहां शांति कर्म किया जाता है.
नोट:- क्या आपकी कुंडली में है कालसर्प दोष है जानने के लिए कुंडली विश्लेषण कराइए:-
किसी भी प्रकार की समस्या समाधान के लिए आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) जी से सीधे संपर्क करें -9131366453
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सुख समृद्धि प्राप्त करने के ज्योतिषीय उपाय
जानें ज्योतिष आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया से अगस्त 2021 का मासिक राशिफल
वैदिक ज्योतिष: कुंडली के 12 भावों में मंगल का प्रभाव और आप पर असर
Leave a Reply