नई दिल्ली. देश के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को लड़ाकू विमान तेजस और हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर बनाने वाले हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) का दौरा किया. इस दौरान वेंकैया नायडू ने तेजस में बैठकर उसके सभी फीचर्स की जानकारी ली.
इस दौरान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत भी मौजूद थे. दौरे पर एचएएल के अधिकारियों ने लड़ाकू विमान तेजस को बनाने में कौन सी खास तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है इसके बारे में उपराष्ट्रपति को जानकारी दी.
जानकारी के लिए बता दें कि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू इन दिनों बेंगलुरू दौरे पर हैं. इस दौरान वह कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
जानकारी के लिए बता दें कि एचएएल की ओर से विकसित तेजस को चौथी पीढ़ी के सबसे उन्नत और हल्के लड़ाकू विमानों में गिना जाता है. ये अपने मूल वेरिएंट में 43 बदलावों के बाद अप्रूव हुआ है.
एलसीए-तेजस कम ऊंचाई पर उड़ते हुए सुपरसोनिक स्पीड से दुश्मन पर हमला करने में सक्षम है. ऊंचाई कम होने की वजह से ये कई बार दुश्मन के रडार को भी चमका देने में कामयाब रहता है. तेजस मल्टीरोल फाइटर जेट है, जिसका इस्तेमाल एयर टू एयर, एयर टू ग्राउंड स्ट्राइक में किया जाता है.
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