नई दिल्ली. अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारतीय हवाई सेवाओं पर असर पड़ने की आशंका है. सूत्रों ने आशंका जताई है कि रेगुलर फ्लाइट से क्रू और पैसेंजर्स, दोनों को खतरा हो सकता है. दरअसल, अमेरिका ने काबुल एटीसी को आज रिलीज कर दिया. इसके बाद भारत की ओर से और फ्लाइट्स भेजना मुश्किल है. गुरुवार को आखिरी राहत-बचाव के बाद भारतीय उड़ानें अगले आदेश तक निलंबित रहेंगी. उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि अभी तक कोई नीतिगत फैसला नहीं हुआ है, लेकिन फ्लाइट्स पर खतरा बहुत है. उन्होंने कहा, हम फ्लाइट्स के ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. हमारे दिमाग में अभी भी कंधार हाइजैक का वाकया है.
सूत्र ने कहा कि अगर हमें अफगानिस्तान से सपोर्ट मिल जाता है, तब भी पाकिस्तान पर हमें भरोसा नहीं है. उच्चस्तरीय फैसला होने के बाद नीति बनाई जाएगी. सूत्रों के अनुसार संभावना है कि सरकार पड़ोसी देशों के लिए उड़ान भेज सकती है, और लोग वहां आएं. जिनके पास वैलिड वीजा होगा, फिर उन्हें भारत लाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि नीति के अनुसार भारत का राहत बचाव कार्य लगभग खत्म हो चुका है.
गौरतलब है कि फ्रांस शुक्रवार रात के बाद से काबुल हवाई अड्डे से लोगों को निकालने का अभियान बंद कर देगा. फ्रांसीसी प्रधानमंत्री ज्यां कास्ते ने कहा है कि उनका देश शुक्रवार रात के बाद से काबुल हवाई अड्डे से लोगों को निकाल नहीं पाएगा. कास्ते ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा ऐसे वक्त में की है, जब अमेरिका और पश्चिमी राष्ट्रों के सामने अफगानिस्तान से लोगों को निकालने की 31 अगस्त की समय सीमा है.
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोग मुल्क छोड़ने की कोशिश में हैं और काबुल हवाई अड्डे के जरिए वे देश से निकलना चाह रहे हैं. कास्ते ने फ्रांसीसी रेडियो ‘आरटीएल’ से कहा कि 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की वजह से ‘‘हम कल शाम के बाद से काबुल हवाई अड्डे से लोगों को निकाल नहीं पाएंगे.’ पिछले हफ्ते अभियान शुरू होने के बाद से फ्रांस ने अफगानिस्तान के दो हजार नागरिकों एवं सैकड़ों फ्रांसीसी लोगों को युद्धग्रस्त देश से निकाला है.
15 अगस्त को तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद काबुल में तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारत अपने मिशन ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ के तहत पहले ही 800 से अधिक लोगों को वापस ला चुका है. तालिबान की बर्बरता के डर से देश से भागने की बेताब कोशिश में, एक सप्ताह से अधिक समय से काबुल हवाई अड्डे के आसपास हजारों अफगान जमा हो गए हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अफगानिस्तान मामले पर सरकार अपना रही है वेट एंड वॉच की नीति, सर्वदलीय बैठक में दी गई जानकारी
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