राजस्थान आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ ने कोटा कलेक्टर को 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा

राजस्थान आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ ने कोटा कलेक्टर को 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा

प्रेषित समय :17:46:09 PM / Mon, Sep 13th, 2021

कोटा. हिन्द मजदूर सभा से संलग्न राजस्थान आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ के नेतृत्व में श्रीमान मुख्यमंत्री  तथा महिला एवं बालविकास विभाग राज्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर महेादय को पोषाहार एवं अन्य समस्याओं के संबंध में 11 सूत्रीय मांगपत्र का ज्ञापन सोंपा.

यूनियन की प्रदेशाध्यक्ष शाहिदा खान ने बताया कि आंगनबाड़ी महिला श्रमिकों की समस्याओं के बारे में कई बार प्रशासन को अवगत कराते आ रहे हैं, परन्तु समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है. इस संबंध में निम्नलिखित समस्याओं का ज्ञापन सोंपा. जिस पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर महेादय ने शीघ्र ही समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया.

यह है प्रमुख मांगेें

1. आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, आशा सहयोगिनियों मिनी केन्द्र कार्यकर्ता एवं ग्रामीण साथिनों को नियमित कर राज्य कर्मचारी घोषित किया जाये और मेडीकल अवकाश दिये जाने एंव राज्य कर्मचारी की भांति सभी त्यौहारों में अवकाश प्रदान किये जायें.
2. आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, आशा सहयोगिनियों, मिनी केन्द्र कार्यकर्ता एंव ग्रामीण साथिनों को अन्य कर्मचारियों की तरह निर्धारित वेतन के आधार पर नियमित होने पर मिनिमम वेतनमान 21000 दिया जाये.
3. आंगनबाडी केन्द्रों पर खाद्य सामग्री कोविड-19 के कारण मई 2020 से गेंहू, चावल, दाल का वितरण लाभार्थियों को किया जाता है. इस खाद्य सामग्री को बदलकर दूसरी व्यवस्था की जाये.
4. पोषाहार की हर महिने आंगनबाडी केन्द्रो पर सप्लाई किया जाये.
5. पोषाहार राशन डीलर के माध्यम से वितरण कराया जाये.
6. पोषाहार गरीब लाभार्थियों को दिया जाये इसकी कोई सीमा रखी जाये. राज्य कर्मचारी व सक्षम लाभार्थी को पोषाहार पर रोक लगाई जाये.
7. पोषाहार के बदले लाभार्थी के सीधे खाते में राशि का भुगतान किया जाये.
8. आशा सहयोगिनीयों को केन्द्र सरकार से जोड़ा जाए.
9. मिनी केन्द्र को जनसंख्या के हिसाब से बड़े केन्द्र में परिवर्तित किया जाऐ.
10. आशा सहयोगिनो को क्लेम राशि हर महिने की 5 तारीख तक जमा कराई जाए.
11. आंगनबाडी केन्द्र नगर पालिका से नगर निगम में आने पर ग्रामीण साथिनों को कार्य समाप्त कर कार्य से हटा दिया जाता है. ऐसे समय में महिलाओं के पास आजिविका का कोई विकल्प नही होता है. ऐसी स्थिति में इन महिलाओं को अपनी आजिविका चलाने के लिए आंगनबाडी केन्द्रो पर खाली स्थानों पर योग्यता व अनुभव के अनुसार नियुक्ति किया जाये. ज्ञापन देने गये प्रतिनिधि मंडल में प्रदेशाध्यक्ष शाहिदा खान के साथ संतोष शर्मा, अर्चना शर्मा, अकीला खान, सुनीता सामरिया, कंवलजीत मीणा मुख्य रूप से उपस्थित रही.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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