प्रदीप द्विवेदी. अब लगता है मोदी सरकार को भी किसानों की ताकत का अंदाजा होने लगा है?
किसान आंदोलन लंबे समय से चल रहा है और मोदी सरकार ऐसा प्रदर्शित कर रही है मानों उस पर इसका कोई खास असर नहीं हो रहा है, लेकिन आज के फैसले ने यह साबित कर दिया कि आज नहीं तो कल, मोदी सरकार किसानों के समक्ष सियासी हथियार डाल ही देगी!
याद रहे, इससे पहले करनाल में हरियाणा सरकार को किसानों से समझौता करना पड़ा था और अब पंजाब और हरियाणा में धान खरीद को 11 अक्टूबर 2021 तक टालने पर किसानों के भारी विरोध के बाद मोदी सरकार ने अपना फैसला बदल दिया है.
खबर है कि मोदी सरकार ने रविवार 3 अक्टूबर 2021 से ही धान सहित सभी खरीफ फसलों की खरीद शुरू करने का ऐलान किया है.
उल्लेखनीय है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने इसका ऐलान किया है.
पंजाब-हरियाणा के किसानों ने धान की खरीद में हुई देरी के विरोध में शनिवार को कई जगहों पर प्रदर्शन किया था. इसके बाद ये ऐलान किया गया है.
सियासी सयानों का मानना है कि मोदी सरकार ने किसानों की ताकत को कम समझने की बड़ी भूल की है और यदि समय रहते अब भी किसानों को मनाने में मोदी सरकार नाकामयाब रही तो आनेवाले समय में बीजेपी को इसकी बड़ी सियासी कीमत चुकानी पड़ेगी?
राकेश टिकैत @RakeshTikaitBKU ....भारत सरकार ने पंजाब व हरियाणा में किसानों द्वारा धान खरीद के लिए किए जा रहे आंदोलन को देखते हुए कल से धान खरीदी का फैसला लिया है, यह संघर्ष की जीत है, भारत सरकार से माँग है कि बारिश को दृष्टिगत रखते हुए धान खरीदी में नमी के नियम को शिथिल करते हुए किसानों को राहत दी जाए!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-भारत सरकार ने पंजाब व हरियाणा मे किसानों द्वारा धान खरीद के लिए किए जा रहे आन्दोलन को देखते हुए कल से धान खरीदी का फैसला लिया है यह संघर्ष की जीत है भारत सरकार से माँग है कि बारिश को दृष्टिगत रखते हुए धान खरीदी मे नमी के नियम को शिथिल करते हुए किसानों को राहत दी जाएं । @ANI
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) October 2, 2021
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