दुबई. केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को आश्वासन देते हुए कि ई-कॉमर्स पॉलिसी तैयार करते समय प्रत्येक स्टेक होल्डर्स की चिंताओं को ध्यान में रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि वह ई-कॉमर्स नियमों के ड्राफ्ट पर सभी पक्षों के परामर्श का स्वागत करेंगे, लेकिन ड्राफ्ट नियमों को लेकर विभागों में मतभेद से संबंधित टिप्पणी पूरी तरह से अवांछित है.
गोयल ने यह बात इस खबर के बाद कही कि डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड यानी डीपीआईआईटी, कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय और नीति आयोग के बीच ई-कॉमर्स नियमों के मसौदे के कुछ प्रावधानों को लेकर मतभेद है. रिपोर्ट में आरटीआई के हवाले से कहा गया है कि नीति आयोग ने ड्राफ्ट नियमों के लागू होने से कारोबारी सुगमता को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई है.
गोयल ने कहा, मैं ड्राफ्ट नियमों को लेकर सभी प्रतिक्रिया का स्वागत करता हूं. साथ ही सभी हितधारकों के साथ एक बहुत ही मजबूत और स्वस्थ विचार-विमर्श की आशा करता हूं. हम सभी के हितों को संतुलित करने और एक मजबूत ढांचा तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें सभी भारतीयों के हित में इस नीति को लागू किया जा सके.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ड्राफ्ट नियमों को जारी करने का उद्देश्य हितधारकों की राय जानना, दूसरे विभागों से विचार पाना और प्रतिक्रिया को प्रोत्साहित करना है. उन्होंने कहा सरकार हमेशा किसी भी नीति पर अंतिम निर्णय लेने से पहले सभी हितधारकों के साथ विचार-विमर्श करने में विश्वास करती है.
डेटा गोपनीयता कानून, राष्ट्रीय शिक्षा नीति और आभूषण हॉलमार्किंग मानदंडों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार एक अच्छे निर्णय पर पहुंचने के लिए स्टेक होल्डर्स से परामर्श करती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अब इन ग्राहकों को नहीं मिलेगी नई मोबाइल सिम, सरकार ने नियमों किया बदलाव
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