14 सितंबर से गुरुदेव मकर राशि मे वक्र होकर शनिदेव के साथ युति कर रहे है, शनिदेव पहले ही वक्री है,मकर राशि जो की राज्य की राशि है वहाँ ये दोनो ग्रह वक्र होकर भ्रमण कर रहे है,विश्व मे सभी तरह के तेलों मे आग लगी हुई है,क्या खाद्य तेल और क्या डीजल पेट्रोल हर तरह का तेल आम आदमी के लिए मुसीबत बना हुआ है, इसके अलावा विश्व के कई देशों मे कोल ऊर्जा से उत्पन्न होने वाली विद्युत का संकट,घरेलू गैस हो या पी एन जी सी एन जी सबके भाव आसमान छु रहे है, कोरोना महामारी से बचा आदमी अब महंगाई महामारी से त्रस्त है,ये सब गुरु का नीच राशि मे भ्रमण और शनि ग्रह पर इसका नीच प्रभाव के साथ ही दोनो ग्रहो का वक्र गति से मकर राशि पर चलना भी है, इस सबके सम्मिलित प्रभाव के कारण ही आज पुरे संसार मे ये आलम है.
*अक्टुबर माह मे मार्गी होंगे*-10 अक्टूबर को शनिदेव जैसे ही मार्गी होंगे वैसे ही हालत धीरे धीरे सुधरेंगे, 21 अक्टूबर से गुरुदेव भी मार्गी हो जायेंगे, इस समय से मूल्य वृद्धि मे काबू होना शुरू हो जायेगा,
*कोरोना की तीसरी लहर से सतर्कता*-21 नवम्बर से गुरुदेव शनि की राशि कुंभ मे आ जायेंगे, 2021 अप्रैल माह मे भी गुरुदेव मकर राशि से कुंभ राशि मे आये थे जिसके बाद लोगो ने कोरोना की दूसरी लहर देखी थी, वही स्थिति 21 नवम्बर के बाद फिर बन रही है,सभी को सतर्क रहना चाहिए, लापरवाही के कारण लोग दूसरी लहर के खतरनाक परिणाम भुगत चुके है,सभी को सावधानी बरतनी चाहिए, कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए..
*पंडित चंद्रशेखर नेमा "हिमांशु
9893280184,7000460931
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जानें ज्योतिष आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया से अक्टूबर 2021 का मासिक राशिफल
जानें ज्योतिष आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया से 02 अक्टूबर 2021 तक का साप्ताहिक राशिफल
जानें ज्योतिष आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया से 25 सितम्बर 2021 तक का साप्ताहिक राशिफल
Leave a Reply