लखनऊ. उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने लखीमपुर हिंसा की जांच के लिए आयोग का गठन किया. इलाहाबाद हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव जांच आयोग की अध्यक्षता करेंगे. इसके लिए एक अधिसूचना जारी की गई है. अधिसूचना में कहा गया है कि राज्यपाल की यह राय है कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में 8 लोगों की मौत की जांच होना जरुरी है. जांच आयोग अधिनियम 1952 की धारा 3 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करके राज्यपाल, इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव को एकल सदस्यीय जांच आयोग (जिसका मुख्यालय लखीमपुर खीरी में होगा) के रूप में नियुक्त करते हैं.
2 महीने में पूरी करनी होगी जांच
अधिसूचना में आगे कहा गया है कि राज्यपाल की राय है कि जांच की प्रकृति और मामले की अन्य परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ऐसा करना जरूरी है. जांच आयोग को अधिसूचना जारी किए जाने से 2 महीने की अवधि के भीतर अपनी जांच पूरी करनी होगी. इसकी अवधि में किसी प्रकार का बदलाव शासन की ओर से किया जाएगा.
एक और वीडियो आया सामने
इसी बीच घटना का एक और वीडियो सामने आया है. ये वीडियो भी पुराने वाले वीडियो से ही संबंधित है, जिसमें थार गाड़ी किसानों की भीड़ को रौंदते हुए दिखाई दे रही है. ये वीडियो पहल वाले से लंबा और स्पष्ट है. अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें थार गाड़ी किसानों के जुलूस को रौंदते हुए नजर आ रही है. वीडियो में किसानों के हाथों में काले रंग के झंडे हैं और वो एक साथ आगे जा रहे हैं. इसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार थार गाड़ी आती है और किसानों के ऊपर से गुजर जाती है. उसके पीछे दो अन्य कारें भी जाती हुई दिखाई दे रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी: चारों किसानों के शवों का हुआ पोस्टमॉर्टम, किसी को नहीं लगी थी गोली
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