तंजानिया के लेखक अब्‍दुलरज्‍जाक गुरनाह को साहित्‍य का नोबेल

तंजानिया के लेखक अब्‍दुलरज्‍जाक गुरनाह को साहित्‍य का नोबेल

प्रेषित समय :12:50:25 PM / Sat, Oct 9th, 2021

तंजानिया के लेखक अब्‍दुलरज्‍जाक गुरनाह को इस वर्ष का नोबेल पुरस्‍कार देने की घोषणा हुई है. गुरनाह हारुकी मुराकामी और जे.एम. कोएट्जी की तरह पॉपुलर तो नहीं हैं, लेकिन साहित्‍य में रुचि रखने वालों और खोज-खोजकर किताबें पढ़ने वालों के लिए इतना अजनबी नाम भी नहीं. 10 से ज्‍यादा उपन्‍यास और कहानियां लिख चुके गुरनाह पहली बार खबरों में तब आए, जब 1994 में उनका उपन्‍यास ‘पैराडाइज’ बुकर और व्‍हाइटब्रेड पुरस्‍कार के लिए शॉर्टलिस्‍ट हुआ था. उसके बाद 2005 में उनका उपन्‍यास ‘डिजरशन’ और 2011 में उपन्‍यास ‘बाय द सी’ भी बुकर और लॉस एंजेल्‍स टाइम्‍स बुक अवॉर्ड के लिए नामित हुआ.

इस पुरस्‍कार के लिए गुरनाह का नाम चुना जाना थोड़ा चौंकाने वाला जरूर है, लेकिन अगर गुरनाह के जीवन और उनके रचनात्‍मक अवदान पर एक नजर डालें तो पाएंगे कि उपन्‍यास और कहानियों में जिस दुनिया की कहानी वो लेकर आए, उसके बारे में बहुत कम लिखा गया है. कॉलोनियल स्‍टडी के विशेषज्ञ गुरनाह की कहानियों में भी नस्‍लीय भेदभाव, पूर्वाग्रह, काले और गोरे, अमीर और गरीब, ताकतवर और कमजोर के सामाजिक और ऐतिहासिक समीकरण को गहराई से देखने की कोशिश है. इसके पहले शायद ही किसी लेखक ने इतने विस्‍तार और बारीकी से इस बारे में लिखा है कि 1960 के दशक में ब्रिटेन में एक काला आदमी होने का क्‍या मतलब होता था.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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