48 वर्षो से लगातार जाग रहे ज्वाइंट कलेक्टर मोहनलाल, आज भी पूर्णत: स्वस्थ है..!

48 वर्षो से लगातार जाग रहे ज्वाइंट कलेक्टर मोहनलाल, आज भी पूर्णत: स्वस्थ है..!

प्रेषित समय :18:04:34 PM / Mon, Aug 30th, 2021

पलपल संवाददाता, जबलपुर/रीवा. एक व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए कम से कम 6 से 8 घंटे सोना आवश्यक है ऐसा मेडिकल साइंस भी कहता है, लेकिन रीवा की चाणक्यपुरी कालोनी में रहने वाले सेवानिवृत ज्वाइंट कलेक्टर मोहनलाल द्विवेदी पिछले 48 वर्षो में लगातार जाग रहे है, उन्होने नींद न आने पर मुम्बई से लेकर दिल्ली तक अपना इलाज कराया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उनका यह दावा है कि वे एक पल के लिए भी नहीं सोए है, हालांकि मोहनलाल की दिनचर्या आम व्यक्ति की तरह ही है.

बताया जाता है कि मोहनलाल द्विवेदी का जन्म 1 जुलाई 1950 को त्योंथर ब्लॉक के जनकहाई गांव में हुआ. गांव में शुरुआती शिक्षा लेने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए त्योंथर व रीवा आ गए. इस दौरान भी वह आम इंसान से कम ही सोते थे. वर्ष 1973 में कालेज में व्याख्याता पर नौकरी लग गई, इसके बाद रीवा के टीआरएस कालेज आकर संविदा पर प्रोफेसर बन गए, यहां पर कुछ दिन ही नौकरी की और उन्होने  एमपीपीएससी क्वालिफाई कर लिया और वे लखनादौन जिला सिवनी में बतौर नायब तहसीलदार बन गए, 1990 में तहसीलदार, 1995 में एसडीएम व 2001 में ज्वाइंट कलेक्टर के पद से सेवानिवृत हो गए. श्री द्विवेदी का कहना है कि जब उनकी नौकरी प्रोफेसर पर के पद लगी तभी से उनकी नींद उड़ गई, 1973 के बाद से लगातार जाग रहे है, खासबात तो यह है कि 48 वर्षो से लगातार जागने के बाद भी उनकी सेहत में कोई फर्क नहीं पड़ा है, उनकी दिनचर्या आमजन की तरह ही है. वे सुबह 4 बजे बिस्तर से उठकर छत पर टहलते है, योगा करते है, सुबह 7 बजे स्नान, 8 से 10 पूजापाठ, 11 बजे नाश्ता व कुछ देर बाद भोजन, दोपहर 12 बजे से शाम तक किताब पढऩा, शाम 7 से रात 9 बजे फिर पूजन, इसके बाद भोजन, रात 10 बजे से 12 बजे तक टीवी देखना, इसके बाद रात से सुबह 4 बजे तक बिस्तर में जागते हुए किताबे पढऩा. मोहनलाल द्विवेदी की दिनचर्या से डाक्टर भी हैरान है, यही नही उनकी बेटी व पत्नी भी दो से तीन घंटे तक ही सोते है, डाक्टरों का कहना है कि सोना दिनचर्या का ही एक हिस्सा है मोहनलाल कैसे जाग रहे है, उनकी सेहत पर भी कोई फर्क नहीं है, इतने साल में, आश्चर्य है. श्री द्विवेदी का कहना है कि जब वे पन्ना में पदस्थ रहे, इस दौरान साथियों ने उनकी जासूसी भी की थी कि वे सोते कब है, क्योंकि वे आफिस के बहुत से काम घर में ले जाकर निपटा देते और सुबह फिर आफिस आ जाते थे. वे यह भी कहते है कि नींद न आने से प्रशासनिक सेवा को बखूबी अंजाम देते थे, उनके कोई काम कभी पेडिंग नहीं रहते थे.

सात जिलों में की है नौकरी-

मोहनलाल रीवा के बाद लखनादौन जिला सिवनी, बालाघाट, शहडोल, सतना, पन्ना, सीधी सहित अन्य जिलों में सेवाएं दे चुके है, वे अपने सेवाकाल में करीब दस घंटे तक आफिस में काम करते रहे, दस बजे से एसडीएम कोर्ट में बैठ जाते और रात 8 बजे ही उठते रहे, ऐसे में कई बार तो अधीनस्थ अधिकारी व कर्मचारी परेशान हो जाते थे कि वे कब उठकर जाए.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

जबलपुर के कटंगी में आकाशीय बिजली गिरने से किशोर सहित तीन लोगों की मौत

जबलपुर के न्यायालय परिसर में हिस्ट्रीशीटर रज्जाक, उसके बेटे व समर्थकों ने मचाया था कोहराम, दर्ज किया गया प्रकरण

जबलपुर के हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक के मुम्बई में डी कंपनी से जुड़े लोगों से भी संबंध, जांच के लिए एसआईटी का गठन

जबलपुर में रोटरी क्लब-आईएमए के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शिविर 51 लोगों रक्तदान किया

जबलपुर में डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन के आफिस में चोरी..!

जबलपुर में कांग्रेस नगर अध्यक्ष ने कहा: जब जन आर्शीवाद यात्रा निकल सकती है तो अन्य धार्मिक आयोजन क्यों नही..! देखे वीडियो

Leave a Reply