भगवान सूर्य जी का मंत्र : ऊँ घृणि सूर्याय नम:

भगवान सूर्य जी का मंत्र : ऊँ घृणि सूर्याय नम:

प्रेषित समय :18:40:58 PM / Sat, Oct 16th, 2021

तारीख 10 अक्टूबर 2021 दिन रविवार आज शारदीय नवरात्रि का पांचवा दिन है. आप सभी सनातनी बंधुओं को शारदीय नवरात्रा के पांचवे दिन की अधिष्ठात्री माता चंडी की पाँचवी स्वरूप माँ स्कंदमाता के उपासना की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं एवं अनन्त-अनन्त बधाइयाँ. मातारानी से हमारी हार्दिक प्रार्थना यही है, कि आप सभी सनातनियों के सभी समस्याओं का समाधान कर उन्हें सुखद एवं आनंददायी जीवन प्रदान करें._*

 *_रविवार को की गई सूर्य पूजा से व्यक्ति को घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है. रविवार के दिन उगते हुए सूर्य को देव को एक तांबे के लोटे में जल, चावल, लाल फूल और रोली डालकर अर्ध्य करें._*

*_इस दिन आदित्य ह्रदय स्रोत्र का पाठ करें एवं यथा संभव मीठा भोजन करें. सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है, सूर्य देव को जल देने से पितृ कृपा भी मिलती है._*

*_रविवार के दिन भैरव जी के दर्शन, आराधना से समस्त भय और संकट दूर होते है, साहस एवं बल की प्राप्ति होती है. रविवार के दिन जी के दर्शन अवश्य करें ._*

*_रविवार के दिन भैरव जी के मन्त्र ” ॐ काल भैरवाय नमः “ या ” ॐ श्री भैरवाय नमः “ की एक माला जाप करने से समस्त संकट, भय दूर होते है, रोगो, अकाल मृत्यु से बचाव होता है, मनवांछित लाभ मिलता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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