पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश का जबलपुर ब्रांडेड कंपनियों के नाम से नकली सामान बेचने वाले अवैध कारोबारियों को गढ़ बन चुका है, इस बात का खुलासा एक बार फिर हुआ है, पुलिस की टीम ने तिलवारा क्षेत्र के क्रेशर बस्ती सगड़ा, शास्त्री नगर व कूडऩ स्थित तीन गोदामों पर एक छापा मारकर भारी मात्रा में नकली आईल व लोकल स्पेयर पार्टस पकड़े है. उक्त आईल व पार्टस ब्रांडेड कंपनियों में पैकिंग करके बाजार में बेचे जाते रहे. पुलिस ने इस मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है.
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि दीपक नैय्यर निवासी प्रेमनगर पोस्ट आफिस के समीप मदनमहल का के्रशर बस्ती सगड़ा में वेद आटो के नाम से गोदाम है, जहां पर दीपक द्वारा ब्रांडेड कंपनियों की पैकिंग में नकली गियर आईल, इंजन आईल भरकर बाजार में बेचता है, इसके अलावा लोकल स्पेयर पार्टस भी कंपनियों के डिब्बों में पैंक करके बेचता है. इसके अलावा दीपक के दो और साथी डिंपल उर्फ दीपक चौधरी उम्र 34 वर्ष एवं सोनू चौधरी उम्र 38 वर्ष दोनेां निवासी परसवाड़ा संजीवनीनगर भी यही काम करते है. पुलिस ने क्रेशर सगड़ा बस्ती, शास्त्री नगर व कू डऩ स्थित गोदामों पर एक साथ छापा मारा, पुलिस की दबिश से गोदाम में काम कर रहे अवैध कारोबारियों व उनके कर्मचारियों में भगदड़ व अफरातफरी मच गई. पुलिस ने तीनों को हिरासत मेें लेकर कार्य के संबंध में पूछताछ की लेकिन कोई संतोषजनक जबाव नहीं दे पाए. पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में नकली आईल, लोकल स्पेयर पार्टस, ब्रांडेड कंपनियों के नकली स्टीकर, होलोग्राम, खाली डिब्बे सहित अन्य सामान बरामद किया. उक्त आईल व स्पेयर पार्टस को ब्रांडेड कंपनियों के डिब्बों में पैक कर बाजार में लम्बे समय से बेचा जा रहा था, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तीनों गोदामों में लाखों रुपए का माल बरामद किया गया है. पुलिस ने गोदाम के मालिक दीपक नैय्यर, डिम्पल उर्फ दीपक चौधरी व सोनू चौधरी के खिलाफ धारा 285, 420, 468,471, 120 बी भादवि एवं धारा 3, 7 ईसी एक्ट,ए तथा 103, 104 ट्रेडमार्क अधिनियम के तहत कार्रवाई की है. नकली आईल की फैक्टरी का खुलासा करने में थाना प्रभारी तिलवारा प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार सैय्याम, उप निरीक्षक लेखराम नादौनिया, विनोद ़िद्ववेदी, आरक्षक युवराज ठाकरे, आरक्षक शशांक परिहार, उदय यादव व प्रधान आरक्षक लखन निशाद की सराहनीय भूमिका रही.
तीनों गोदाम से ये सामान मिला-
पुलिस को छापे की कार्रवाई में गोदाम में 20 ड्रम आईल के भरे हुए तथा जेसीबी, महेन्द्रा, स्वराज, आटो के पार्ट्स फिल्टर, पिन, बुश ब्लाक, खाखी रंग के कार्टून में 19 डिब्बे कैस्ट्रल आईल, सवो प्राईड, एसटीसी के 40 स्टीकर, सर्वो प्राईड इंजन आईल के 95 स्टीकर, सर्वो प्राईड के 35 स्टीकर, सर्वो गेयर आईल के 35 स्टीकर, सर्वो प्रीमियम 10 नग स्टीकर, सर्वो टैक्टर आईल के 10 स्टीकर, सर्वेा गेयर के 20 नग स्टीकर तथा 148 नग टाटा जैन्यून पार्ट्स होलोग्राम, महेन्द्रा एवं महेन्द्र के 88 नग कैश कूपन, महेन्द्र एण्ड महेन्द्र कम्पनी के आईल गेयर के 12 स्टीकर, 45 नग पीले रंग के गिफ्ट कूपन, ग्रीब्ज पार्ट के नारंगी व काले रंग के 60 छोटे डिब्बे तथा कैस्ट्रॉल कमपनी के 29 नग खाली डिब्बे रखे मिले.
इन शहरों में होती रही सप्लाई-
पुलिस अधिकारियों को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जबलपुर के अलावा मंडला, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, कटनी, सिवनी, छिंदवाड़ा, दमोह व महाराष्ट्र के कुछ शहरों में भी सप्लाई की जाती रही है.
15 लाख रुपए से ज्यादा का आईल, स्पेयर पार्टस मिले है-
पुलिस को तीनों गोदामों से 20 ड्रमों में भरा 4 हजार लीटर आईल कीमत 8 लाख रुपए, स्पेयर पार्टस कीमत 5 लाख रुपए, आईल पैकिंग के लिए बकेट, कूपन, रैपर, कीमत 2 लाख रुपए के मिले है. कार्रवाई के बाद तीनों गोदामों को सील कर दिया गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर के चरगवां में अनियंत्रित होकर पलटी यात्रियों से भरी बस, 27 लोग हुये घायल
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