नई दिल्ली. लॉकडाउन के कारण देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ. हालांकि जैसे-जैसे प्रतिबंध हटे तो बाजार भी खुले. इसका असर यह है कि अर्थव्यवस्था वापस पटरी पर लौट रही है. घरेलू रेटिंग एजेंसी ब्रिकवर्क रेटिंग्स ने सोमवार को देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लिए अपने विकास अनुमान को संशोधित किया है. एजेंसी के मुताबिक 10-10.5 प्रतिशत की दर से विकास होगा. यह आंकड़ा पहले नौ प्रतिशत था.
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा, हम वित्त वर्ष 2022 के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद के अनुमान को पहले के अनुमानित 9 प्रतिशत से संशोधित कर 10-10.5 प्रतिशत कर देते हैं.
आपको बता दें कि वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में देश की जीडीपी 20.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी. एजेंसी का मानना है कि तीसरी लहर के नहीं आने पर बाद की तिमाहियों में भी रिकवरी देखने को मिलेगी. रिपोर्ट में कहा गया, तीसरी लहर की घटती संभावना के बीच, हम उम्मीद करते हैं कि देश की अर्थव्यवस्था बेहतर होगी. इसमें कहा गया है कि विकास की संभावित तीसरी लहर के नकारात्मक जोखिम भी टीकाकरण में हुई प्रगति के कारण सीमित हैं. हालांकि, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों, खनिज उत्पादों, कच्चे माल की बढ़ती लागत और माल ढुलाई दरों और कोयले की आपूर्ति की कमी से उत्पन्न होने वाले जोखिम से विकास की गति कम होने की संभावना है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-भारत की जीडीपी में आई रेकॉर्ड तेजी, पहली तिमाही में ही 20.1 फीसदी की दर से बढ़ी इकानॉमी
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