आंध्र प्रदेश में भारी बारिश से सबसे बड़े बांध में दरार की आशंका, लोगों से घर छोडऩे को कहा गया

आंध्र प्रदेश में भारी बारिश से सबसे बड़े बांध में दरार की आशंका, लोगों से घर छोडऩे को कहा गया

प्रेषित समय :19:40:52 PM / Sun, Nov 21st, 2021

तिरुपति. आंध्र प्रदेश के तिरुपति में लगातार चार दिन से बाढ़ के हालात बने हुए हैं. इससे शहर में स्थित राज्य के सबसे बड़े बांध में दरार आने की आशंका जताई जा रही है. अच्छी बात यह है कि इस इलाके में अभी बारिश बंद है, लेकिन हाईवे और दूसरी सड़कें बह जाने से कई गांवों का रास्ता कट गया है. ये गांव अब भी पानी में डूबे हुए हैं.
खबरें हैं कि तिरुपति के रामचंद्रपुरम में रायला चेरुवु के आसपास के बांधों में दरारें पड़ सकती हैं. इनमें राज्य का सबसे पुराना और सबसे बड़ा बांध भी शामिल है. इससे पानी छूटा तो आसपास के गांवों में अचानक बाढ़ आ सकती है. इस वजह से प्रशासन ने लोगों को जरूरी चीजें और दस्तावेज लेकर ऊंचे इलाकों में जाने के लिए कहा है. अधिकारी इलाके में घूम-घूमकर लोगों को खतरे से आगाह कर रहे हैं. लोगों से कहा जा रहा है कि बांध टूटने का खतरा है, इसलिए जितनी जल्दी हो सके अपना गांव छोड़ दें. अपना कीमती सामान और दस्तावेज लेकर यहां से चले जाएं. अपने रिश्तेदारों को भी इसकी जानकारी दे दें.

अब तक प्रदेश में 25 की मौत

उधर, चित्तूर जिले में तिरुमाला की पहाडिय़ों से भारी मात्रा में पानी आने के कारण स्वर्णमुखी नदी उफान पर है. इससे जलाशय भर गए हैं और बाढ़ आ गई. जलाशयों की मिट्टी पानी की वजह से दलदली हो गई है. आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में बीते कुछ दिनों से बारिश हो रही है. कडपा और अनंतपुरमू जिलों में शुक्रवार से अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है और 17 लापता हैं. हालात को देखते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार सुबह बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया था.

राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मदद करने को कहा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को आंध्र प्रदेश के हालात पर चिंता जताई. उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे लोगों की हर संभव मदद करें. राहुल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि आंध्र प्रदेश में बाढ़ से बहुत नुकसान हुआ है. उन लोगों के प्रति मेरी संवेदना है, जिन्होंने अपनों को खो दिया है.

आंध्रप्रदेश में रेलवें ट्रैक और सड़कें बंद

आंध्र प्रदेश में दक्षिण और पूर्व को जोडऩे वाले ट्रेन रूट और सड़कें रविवार को पेन्ना नदी में भारी बाढ़ के कारण कट गए. चेन्नई-कोलकाता नेशनल हाईवे-16 को बड़ी दरार आने के कारण नेल्लोर जिले में ट्रैफिक के लिए बंद करना पड़ा. यहां के पडुगुपाडु में रेलवे ट्रैक पर पानी भरे होने से चेन्नई-विजयवाड़ा ग्रैंड ट्रंक रूट पर कम से कम 17 एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द कर दी गईं. तीन दूसरी ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द या डायवर्ट किया गया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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