जिनेवा. कोरोना वायरस के खिलाफ सबसे प्रभावी हथियार के तौर पर वैक्सीन को माना जा रहा है. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर-जनरल टेड्रोस अधनोम के मुताबिक वैक्सीन जिंदगियों को बचाती है, लेकिन इससे कोरोना वायरस के संक्रमण पर पूरी तरह से रोक लगाना संभव नहीं है.
डब्ल्यूएचओ डायरेक्टर-जनरल के मुताबिक ऐसे में वैक्सीन की डोज लेने के बाद भी जरूरी सावधानियां बरतनी जारी रखनी होगी जैसे कि मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग. उन्होंने जोर देकर कहा कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद सभी प्रिकाशंस छोड़ने की गलती न करें. टेड्रोस के मुताबिक वैक्सीन की डोज लगाने के बाद भी जरूरी प्रिकाशंस लेना जारी रखें ताकि किसी अन्य से संक्रमित न हों और न खुद संक्रमण फैला सकें.
टेड्रोस के मुताबिक कई देशों व समुदायों में लोग यह मान रहे कि वैक्सीन की डोज लग गई है तो अब कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार थमेगी, हालांकि यह भ्रम है. उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते कोरोना वायरस के नए केसेज और इससे होने वाली मौतों में 60 फीसदी से अधिक मामले यूरोप से रहे. इसके चलते हेल्थ सिस्टम पर दबाव बढ़ रहा है. टेड्रोस ने कहा कि डेल्टा वैरिएंट आने से पहले वैक्सीन ने संक्रमण की रफ्तार को 60 फीसदी तक घटा दिया था लेकिन डेल्टा वैरिएंट के चलते यह 40 फीसदी तक गिर गया.
भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कार्यक्रम जनवरी से शुरू हो चुका है और अब तक यहां 119 करोड़ डोज एडमिनिस्टर हो चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 79 लाख से अधिक डोज पिछले 24 घंटे में (आज 25 नवंबर की सुबह 7 बजे तक) लगाई गई हैं. कोरोना संक्रमण की बात करें तो राजधानी दिल्ली में पछले 24 घंटे में 35 नए कोविड केस आए हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अमेरिका में फिर बेकाबू हुआ कोरोना, 15 राज्यों में हेल्थ सिस्टम बेपटरी
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