जबलपुर. मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में राजस्थान से आए जज सतीश कुमार शर्मा ने पदभार संभाल लिया. इसी के साथ जजों की कुल संख्या 31 हो गई है. चूंकि कुल स्वीकृत पद 53 हैं, अत: अब भी 22 जजों की कमी है. उम्मीद है कि यह कमी शीघ्र दूर कर ली जाएगी. इससे लंबित मुकदमों की अपेक्षाकृत शीघ्र पटाक्षेप संभव होगा.
राजस्थान हाईकोर्ट से स्थानांतरित होकर आए जस्टिस सतीश कुमार शर्मा ने गुरुवार को मप्र हाईकोर्ट के जज की शपथ ली. मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ ने हाई कोर्ट के साउथ ब्लाक सभागार में आयोजित समारोह में जस्टिस शर्मा को शपथ दिलाई. शपथग्रहण के बाद जस्टिस शर्मा ने कहा कि मप्र हाईकोर्ट के उच्च न्यायिक प्रतिमानों के अनुरूप कार्य करने का पूरा प्रयास करेंगे. समारोह में सर्वप्रथम रजिस्ट्रार जनरल राजेंद्र कुमार वानी ने नियुक्ति पत्र का वाचन किया. इसके बाद मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ ने विधिवत शपथ दिलाई. इस दौरान हाई कोर्ट की मुख्यपीठ जबलपुर के सभी न्यायाधीश उपस्थित रहे. मध्य प्रदेश के महाधिवक्ता प्रशांत सिंह, हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, जबलपुर के अध्यक्ष रमन पटेल, एमपी स्टेट बार काउंसिल के प्रवक्ता राधेलाल गुप्ता, हाई कोर्ट एडवोकेट्स बार के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज शर्मा, असिस्टेंट सालिसिटर जनरल जिनेंद्र कुमार जैन, सीनियर एडवोकेट्स काउंसिल जस्टिस शर्मा के शपथ ग्रहण के बाद मप्र हाई कोर्ट की तीनों खंडपीठों में चीफ जस्टिस को मिलाकर कुल 31 जज हो गए. इनमे से 3 महिलाएं हैं. जबकि हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश सहित जजों के कुल 53 पद स्वीकृत हैं. इस लिहाज से अभी भी 22 जज कम हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-बिहार में जज पर पुलिसकर्मियों ने की हमले की कोशिश, पटना हाईकोर्ट में डीजीपी तलब
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