नई दिल्ली. शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार है, खुली चर्चा करने के लिए तैयार है. सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है. संसद में सवाल भी हो और शांति भी, लेकिन सदन और चेयर का सम्मान होना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा, संसद का ये सत्र बेहद अहम है. देश का हर नागरिक चाहेगा कि संसद के हर एक सत्र में देश की प्रगति की चर्चा हो. देशहित और विकास के लिए संसद में चर्चा हो. देश भी चाहेगा कि भारत की संसद ये सत्र और आने वाले सभी सत्र, आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल देशहित में चर्चाएं करें. भविष्य में संसद को कैसा चलाया, कितना अच्छा योगदान दिया, कितना सकारात्मक काम हुआ, उस तराजू पर तौला जाए. न कि मापदंड ये होना चाहिए कि किसने कितना जोर लगाकर सत्र को रोका.
संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होकर 23 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान कामकाज के कुल 19 दिन होंगे. करीब 30 बिल संसद में पेश किए जाएंगे, जिनमें एक कृषि कानून वापसी संबंधी बिल भी है. कृषि कानून निरसन विधेयक-2021 को लोकसभा में विचार किए जाने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है. लोकसभा में विधेयक पारित होने के बाद इसे संसद के उच्च सदन में लाया जाएगा. लेकिन, शीतकालीन सत्र भी विपक्ष के हंगामेदार रहने के आसार हैं.
शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सरकार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद नहीं थे. रक्षा मंत्री और लोकसभा में उपनेता राजनाथ सिंह ने सदन में सार्थक कामकाज और सुचारू संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग मांगा. समझा जाता है कि बैठक में सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार नियमों के तहत लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति की अनुमति से सभी मुद्दों पर चर्चा कराने को तैयार है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पीएम मोदी ने कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर जताई चिंता, कहा- करेंगे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की समीक्षा
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