नई दिल्ली. कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने केंद्र सरकार से स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चा कर्मियों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों के लिए कोविड-रोधी टीके की बूस्टर डोज देने की घोषणा करने का अनुरोध किया है. आईएमए ने यह भी मांग की है कि सरकार 12-18 आयु वर्ग के टीकाकरण प्रस्ताव पर तेजी से विचार करे. देश में ओमिक्रॉन के 23 मामले सामने आ चुके हैं.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से कहा गया है भारत के प्रमुख राज्यों में वायरस के नए स्वरूप के मामले सामने आ चुके हैं जोकि दोहरे अंक में हैं और इनकी संख्या में वृद्धि होने की आशंका है. आईएमए ने दावा किया है कि उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्यों और इसकी उत्पत्ति वाले देशों से जुड़े अनुभव से पता चलता है कि ओमिक्रॉन अधिक तेजी से फैलता है और अधिक से अधिक लोगों को चपेट में ले सकता है.
आईएमए ने कहा, ‘ऐसे समय में जब भारत सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है, ये बड़ा झटका साबित हो सकता है. अगर हम पर्याप्त उपाय नहीं करते तो हमें महामारी की भयंकर तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है.’ आईएमए ने इसे देखते हुए सरकार से स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चा कर्मियों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों के लिए कोविड-रोधी टीके की बूस्टर डोज देने की घोषणा करने का अनुरोध किया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-क्या भारत की अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक है ओमिक्रॉन?, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कही बड़ी बात
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