भुवनेश्वर में कलिंग साहित्य महोत्सव 2021 का आयोजन किया जा रहा है. ओडिशा के पर्यटन मंत्री ज्योति प्रकाश पाणिग्रही, पद्मश्री से सम्मानित वरिष्ठ उड़िया साहित्याकार सीताकांत महापात्र, भारत में नेपाल के राजदूत रामप्रसाद सुबेदी, केएलफ के प्रबंध निदेशक रश्मि रंजन परिदा ने दीप प्रज्वलित करके किया.
ओडिशा के पर्यटन मंत्री ज्योति प्रकाश पाणिग्रही ने कहा कि भारत में अनेक भारत हैं. हमारी भाषा, हमारा खाना, हमारी पोशाक अलग-अलग हैं, फिर भी हम एक हैं, यह भारत की खूबसूरती है. उन्होंने कहा कि साहित्य, कला और संस्कृति को ओडिसा सरकार ने हमेशा ही बढ़ावा दिया है.
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gjendra Singh Shekhawat) ने कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि ओडिशा की कला औऱ संस्कृति विरासत समृद्ध रही है. प्राचीन विचारकों, संत और साहित्यकारों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के संतों और विचारकों ने अपनी लेखनी के माध्यम से हमेशा समाज को जोड़ने और सद्भाव का संदेश दिया है.
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी ने भी कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया.
कार्यक्रम के आयोजक रश्मि रंजन ने ्कलिंग साहित्य महोत्सव के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पिछले 8 वर्षों की यात्रा में कलिंग साहित्य महोत्सव ने कई अहम पड़ाव पार किए हैं. उन्होंने कहा कि भारती ही नहीं कई विदेशी साहित्यकारों का महोत्सव में सहयोग मिला है.
कलिंग साहित्य सम्मान से ओडिशा के कवि, कहानीकार, चित्रकार और उपन्यासकार श्रीनिवाश उद्गाता , हिंदी के वरिष्ठ कवि अरुण कमल, प्रसिद्ध अभिनेत्री दिव्या दत्ता और अरुणाचल प्रदेश के युवा हिंदि लेखक तारो सिंदिक को सम्मानित किया गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-साहित्य अकादमी के वर्ष 2017 के शेष कृति पुरस्कार घोषित
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