भोपाल: सीवेज टैंक में इंजीनियर समेत 2 की मौत, 20 फीट गहरे खुले चैंबर के बाहर पड़े जूतों से पता चला

भोपाल: सीवेज टैंक में इंजीनियर समेत 2 की मौत, 20 फीट गहरे खुले चैंबर के बाहर पड़े जूतों से पता चला

प्रेषित समय :20:11:44 PM / Mon, Dec 13th, 2021

भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में करीब 20 फीट गहरे सीवेज टैंक में उतरने से इंजीनियर समेत 2 लोगों की मौत हो गई. खुले हुए चैंबर के पास उनके जूते पड़े थे. इन्हें देख राहगीरों को आशंका हुई. उन्होंने गांधी नगर पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने लोगों की मदद से रस्सी से बांधकर लाश बाहर निकाली. प्रथम दृष्टया उनकी मौत जहरीली गैस से दम घुटने से हुई है. नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.

हादसा सोमवार दोपहर 3.30 हुआ. नगर निगम के जोन नंबर-1 के लाऊखेड़ी क्षेत्र में अंकिता कंस्ट्रशन कंपनी सीवेज का काम कर रही है. सीवेज लाइन अभी बंद है, लेकिन उसमें बारिश और घरों से निकलने वाला गंदा पानी भर गया है. सोमवार को कंपनी के इंजीनियर दीपक सिंह और एक अन्य मजदूर जांच करने के लिए गए थे. उनके जूते बाहर रखे थे. सोनू मीणा जब वहां से गुजरे तो उन्हें जूते दिखाई दिए. अनहोनी की आशंका होने पर गांधी नगर थाना पुलिस को सूचना दी. वहीं, नगर निगम और रेस्क्यू टीम को भी खबर दी गई.

20 मिनट चला ऑपरेशन

गांधी नगर थाना प्रभारी अरुण शर्मा टीम के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया, लोगों ने जानकारी दी कि दो व्यक्ति सीवेज लाइन का काम कर रहे थे, जो काफी देर से ऊपर नहीं आए. तुरंत मौके पर पहुंचे. बाहर जूते पड़े थे. इसके चलते करीब 20 मिनट ऑपरेशन चलाकर दोनों लाशें बाहर निकाली गईं. आशंका है कि जहरीली गैस से उनका दम घुट गया. हालांकि, मौत की असली वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगी. दोनों शव पोस्टमॉर्टम के लिए हमीदिया हॉस्पिटल भेज दिए हैं.

अभी लाइन चालू नहीं

नगर निगम के सीवेज एवं सीवेज प्रकोष्ठ इंचार्ज संतोष गुप्ता ने बताया, लाऊखेड़ी में अंकिता कंस्ट्रशन कंपनी चैंबर का काम कर रहा है. इंजीनियर और मजदूर जांच करने गए थे. इसी दौरान वे हादसे का शिकार हो गए. सीवेज लाइन अभी निगम को हैंडओवर नहीं हुई है. लाइन चालू होने के अगले 10 साल तक कंपनी ही देखरेख करेगी.

24 घंटे में मांगी रिपोर्ट

मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कमिश्नर एवं निगम प्रशासक गुलशन बामरा को मामले की जांच कराने के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है. जांच का जिम्मा नगर निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी को देने का कहा है.

अंकिता कंस्ट्रशन कंपनी के सीनियर इंजीनियर अवकाश पटेल का कहना है कि कंपनी सीवेज लाइन का रुटीन मेजरमेंट करती है. हर दिन इंजीनियर और मजदूर जांच के लिए जाते हैं. मेजरमेंट ग्राउंड के ऊपर से ही करना होता है, लेकिन इंजीनियर दीपक सिंह और मजदूर अंदर क्यों उतरे, कुछ समझ में नहीं आ रहा है. आसपास कोई भी नहीं था, जो बता सके कि हादसा कैसे हुआ.

कई फीट पानी भरा

नगर निगम और कंस्ट्रक्शन कंपनी के इंजीनियर-अधिकारी की मानें तो चैंबर में आसपास के घरों से निकलने वाला गंदा पानी भर गया. वहीं, बारिश का पानी भी भरा हुआ है. निकासी नहीं होने के कारण चैंबर में कई फीट पानी भरा हुआ है. इस वजह से जहरीली गैस बनी होगी. हालांकि, पुलिस यह जांच कर रही है कि दोनों चैंबर में गिरे या खुद ही उतरे थे.

सुबह रैली, दोपहर में हादसा

सोमवार सुबह न्यू मार्केट में सीवेज लाइनों की सफाई और मेन होल के सुधार का काम किया गया. वहीं, निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी की मौजूदगी में सीवेज सफाई को लेकर जागरूकता रैली भी निकाली गई. इसमें अधिकारी-कर्मचारी व आमजन मौजूद थे. इस आयोजन के कुछ घंटे बाद ही लाऊखेड़ी में हादसा हो गया.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

मध्य प्रदेश के गांव में खंभे-तार पहुंचने से पहले पहुंचा बिजली का बिल, सौभाग्य योजना में बनाया गया लाभार्थी

मध्य प्रदेश: 8 बच्चों के कथित धर्मांतरण पर मिशनरी स्कूल पर पथराव, अंदर छात्र दे रहे थे एग्जाम

मध्य प्रदेश में पंचायत चुनावों की तारीख का ऐलान, तीन चरणों में चुनाव, यहां जानिए मतदान और मतगणना की तारीख

ये हैं मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध हिल स्टेशन, एक बार घूमने जरूर आएं

मध्य प्रदेश राजपूत क्षत्रिय समाज की प्रदेश महिला अध्यक्ष बनी श्रीमती विश्रांति सिंह

बीजेपी ने मध्य प्रदेश मेें शुरू की 2023 इलेक्शन की तैयारी, विधायकों को किया जाएगा आगाह, अपनी स्थिति सुधारें

Leave a Reply