आज का दिनः सोमवार 20 दिसंबर 2021, सत्य... सुंदर... सुखदायी... शिवोपासना!

आज का दिनः सोमवार 20 दिसंबर 2021, सत्य... सुंदर... सुखदायी... शिवोपासना!

प्रेषित समय :17:38:42 PM / Sun, Dec 19th, 2021

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* देवों के देव महादेव
देवों के देव महादेव आदि देव हैं. भगवान भोलेनाथ विषयक महत्वपूर्ण जानकारियां शिव पुराण में दी गई हैं. हिन्दू धर्म में शिव को मानने वालों को शैव कहते हैं.
शिव आराधना मंत्र... ऊँ नम: शिवाय..
यह मंत्र समस्त दुख दूर करने वाला मंत्र माना गया है. ऊँ- भगवान शिव का एकाक्षर मंत्र है तो- नम: शिवाय, भगवान शिव का पंचाक्षरी मंत्र है.
* शिव परिवार
धर्मग्रथों के अनुसार भगवान शिव के दो विवाह हुए तथा दोनों ही बार उनका विवाह देवी भगवती के अवतारों से हुआ.
पहला राजा दक्ष की पुत्री सती के साथ और दूसरा हिमालय पुत्री देवी पार्वती के साथ. भोलेनाथ के दो पुत्र हैं- कार्तिकेय और भगवान श्रीगणेश.
* शिवलिंग स्वरूप
पृथ्वी पर भोलनाथ शिवलिंग स्वरूप में विद्यमान हैं. ऐसा माना जाता है कि जाग्रत शिवलिंग में भगवान शिव का वास होता है तथा मन से पूजा करने पर ऐसी कोई कामना नहीं है जो पूरी नहीं हो!
देश-विदेश में असंख्य शिवलिंग हैं, जिनमें से बारह सर्वोच्च ज्योतिर्लिंग हैं.
* कहां रहते हैं शिव?
कैलाश पर्वत पर भोलनाथ रहते हैं, लेकिन काशी उनकी प्रिय नगरी है. जैसाकि कहा जाता है- काशी के कण-कण में शिव बसे हैं! समस्त जाग्रत शिवलिंग पवित्र मन से पूजा करने पर शिव का अहसास कराते हैं!
* ये शिव को प्रिय हैं!
भोलेनाथ को भोले भक्त सर्वाधिक प्रिय है.
* बेलपत्र- भगवान शिवशंकर सर्वसुलभ पूजन सामग्री से प्रसन्न होते हैं इसलिए हर व्यक्ति भोलेनाथ की पूजा-आराधना कर सकता है. भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए पूजा में जल, बेलपत्र, भांग, धतूरा आदि ही पर्याप्त हैं.
* भस्म- शिव भस्म में रमते हैं, इसलिए माना जाता है कि भोलेनाथ की पूजा भस्म के बिना अधुरी रहती है.
* रुद्राक्ष- शिवसत्ता में रुद्राक्ष पवित्रतम आभूषण है. त्रिपुरासुर राक्षस के वध के बाद प्रसन्नता से भगवान शिव के नेत्रों से गिरे अश्रु बिन्दुओं से जो वृक्ष उत्पन्न हुए, रुद्राक्ष स्वरूप प्रसिद्ध हुए. यदि इसकी पवित्रता की रक्षा नहीं कर पाएं तो सांसारिक व्यक्तियों को रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए!
* महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि शिवभक्तों का सबसे बड़ा त्योहार है, जब सारा वातावरण शिवमय हो जाता है.
* पूजा विधि
भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्त-गण अनेकानेक उपाय करते हैं, लेकिन मन के देवता तो शुद्ध मन की प्रार्थना से ही प्रसन्न हो जाते हैं इसलिए पूजा विधि कोई भी अपनाएं लेकिन शांत और पवित्र मन से महादेव को पुकारें, प्रार्थना अवश्य सफल होगी!
यहां शिवजी के पूजन की सरल जानकारी दी जा रही है...
* भगवान शंकर की पूजा के समय शुद्ध आसन पर बैठकर पहले आचमन करें, शरीर शुद्ध करें.
* पूजन-सामग्री को यथास्थान रखकर दीप प्रज्ज्वलित कर लें.

 - आज का राशिफल -

मेष राशि:- आज लाभकारी निवेश बढ़ेगा. बड़े और प्रतिष्ठित लोगों से संबंधों का लाभ मिलेगा. वाहन प्राप्ति के योग हैं. जोखिम, जवाबदारी के कामों में सावधानी आवश्यक है. आर्थिक लाभ होगा.

वृष राशि:- आज व्यापार अच्छा चलेगा. पारिवारिक वातावरण खुशनुमा रहेगा. यात्रा लाभदायक रहेगी. आशानुरूप आमदनी होगी. वाहन क्रय करने के योग बन रहे हैं. निवेश से लाभ हो सकता है. हनुमान जी आरधना करें.

मिथुन राशि:- नए वस्त्र आभूषण की प्राप्ति होगी. दिन की शुरुआत भक्ति भाव से होगी. स्थायी संपत्ति, क्रय-विक्रय से लाभ होगा. अनुभव का लाभ मिलेगा. पारिवारिक वातावरण से ना खुश रहेगे. किसी की भी निंदा न करे.

कर्क राशि:- समय पर काम होने से राहत मिलेगी. व्यापार-व्यवसाय में अनुभव से लाभ होगा., निवेश में सफलता मिलेगी. समय का सदुपयोग होगा. मित्रों के साथ देव दर्शन होगें.आज खर्च अधिक होने की उमीद है.

सिंह राशि:- कारोबार में दूसरों पर बहुत अधिक विश्वास न करें. व्यवहार कुशलता और सहनशक्ति के बल पर समस्या का समाधन होगा. मित्रों से सहयोग मिलेगा. यात्रा सम्भव है.

कन्या राशि:- आर्थिक मामलों में आज लाभ होगा. कार्यस्थल पर प्रलोभन से बचें. दूसरे के भरोसे न रहें वरना अपना नुकसान कर लेंगे. परिवार की समस्याएं स्वविवेक से हल होंगी. दूसरों को देख कर द्वेष करना छोड़ दें.

तुला राशि:- आज अचानक धन प्राप्ति संभव है. इसके अलावा आपको परिजनों ईष्ट मित्रों से भेंट, उपहार की प्राप्ति होगी. वाणी पर संयम रखें अन्यथा काम बिगड़ सकते हैं. व्यापार अच्छा चलेगा. मेहमानों का आगमन होगा.

वृश्चिक राशि:- आज का दिन शुभ है. सुबह से ही कार्यों की व्यस्तता बनी रहेगी. घरेलू कार्य में दिन बीतेगा. उत्साहपूर्वक व्यावसायिक योजनाओं को पूरा करेंगे और सफल होंगे. कार्यक्षमता एवं कार्यकुशलता बढ़ेगी, लेकिन स्वास्थ्य कमजोर रहेगा.

धनु राशि:- काम की व्यस्तता में परिवार को नजरअंदाज न करें. अपरिचित व्यक्तियों के सहयोग से आत्मविश्वास बढेगा. खर्चों में कमी का प्रयास करें. सोचे काम समय पर पूरे होंगे. मन पसन्द भोजन मिलेगा.

मकर राशि:- आज परिजनों के साथ सत्संग का लाभ मिलेगा. व्यक्तिगत समस्या का निदान होगा. व्यापारिक कार्य से यात्रा हो सकती है. सामाजिक प्रतिष्ठा का ध्यान रख कर कार्य करें. स्वास्थ्य लाभ होगा.

कुम्भ राशि:- नौकरी में अधिकारी प्रसन्नता दर्शाएंगे पर संभल कर रहें. अच्छे व्यक्तियों से भेंट होगी. आज के दिन आप मेहमानों की खातिरदारी में लगे रहेंगे. दोस्तों के साथ मौज मस्ती में समय बीतेगा.

मीन राशि:- प्रेम प्रसंग में सफलता मिलेगी. वाहन सुख मिलेगा. व्यवसाय में सतर्कता और सावधानीपूर्वक योजनाओं को अंजाम दें. लापरवाही से काम नहीं करें. विद्यार्थी शिक्षा में सफलता अर्जित करेंगे.  

*आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453 

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें. 

- सोमवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा               रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- अमृत                          पहला- चर
दूसरा- काल                          दूसरा- रोग
तीसरा- शुभ                        तीसरा- काल
चौथा- रोग                           चौथा- लाभ
पांचवां- उद्वेग                    पांचवां- उद्वेग
छठा- चर                             छठा- शुभ
सातवां- लाभ                      सातवां- अमृत
आठवां- अमृत                      आठवां- चर

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है. 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!   

पंचांग  

सोमवार, 20 दिसंबर , 2021
अरुद्र दर्शन
शक सम्वत1943   प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टे / गत्ते5
मास पौष
दिन काल10:19:16
तिथि प्रतिपदा - 12:38:59 तक
नक्षत्र आर्द्रा - 19:46:09 तक
करण कौलव - 12:38:59 तक, तैतिल - 25:49:46 तक
पक्ष कृष्ण
योग शुक्ल - 10:56:26 तक
सूर्योदय07:08:49
सूर्यास्त17:28:06
चन्द्र राशि मिथुन
चन्द्रोदय18:21:00
चन्द्रास्त08:03:59
ऋतु हेमंत
अभिजित मुहूर्त 11:46 ए एम से 12:29 पी एम
अग्निवास पृथ्वी
दिशा शूल पूर्व
चन्द्र वास पश्चिम
राहु वास उत्तर-पश्चिम  

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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