जयपुर. राजस्थान पंचायती राज चुनाव के परिणामों में सत्तारुढ़ कांग्रेस को कोटा संभाग में जिला परिषदों में बड़ा झटका लगा है. राजस्थान के कोटा, बारां, श्रीगंगानगर और करौली जिले में हुये जिला परिषदों के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर रही. दोनों ही पार्टियों ने इनमें से दो-दो जिला परिषदों पर कब्जा जमा लिया है. कोटा संभाग में बीजेपी कांग्रेस पर हावी रही. यहां कोटा और बारां दोनों जिला परिषदों में बीजेपी का कब्जा हो गया है. जबकि श्रीगंगानगर और करौली जिला परिषद में कांग्रेस काबिज हो गई है. कोटा संभाग से गहलोत सरकार में दो मंत्री हैं. इनमें शांतिलाल धारीवाल सरकार में नंबर टू माने जाते हैं. वहीं प्रमोद जैन भाया भी कैबिनेट मंत्री हैं.
राजस्थान की इन चार जिलों की 30 पंचायत समितियों में हुये चुनावों में कांग्रेस बीजेपी पर हावी रही है. इन 30 पंचायत समितियों में से 14 पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया है जबकि बीजेपी के खाते में केवल 8 ही आई हैं. शेष 8 पंचायत समितियों में दोनों ही पार्टियों को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. यहां प्रधान बनाने में निर्दलीय सदस्य अहम भूमिका निभायेंगे. यह दीगर बात है कि निर्दलीयों को साथ लेने में बीजेपी आगे रहती है या कांग्रेस.
गहलोत सरकार और पार्टी के कार्यों पर जनता ने लगाई मुहर
चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि राजस्थान की जनता ने राज्य सरकार और कांग्रेस संगठन की ओर से किये गये सेवा कार्यों पर अपनी मुहर लगाई है. 4 जिला परिषदों के 106 वार्डों में से 62 पर कांग्रेस प्रत्याशी विजयी हुए हैं. 30 पंचायत समितियों के 568 वार्डों में से 277 पर कांग्रेस प्रत्याशी जीते.
डोटासरा का दावा अधिकांश निर्दलीय कांग्रेस के साथ
पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने दावा किया कि विजयी 132 निर्दलीय सदस्यों में से अधिकांश कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं. बीजेपी का चुनावों में सफाया हो गया है. ये परिणाम इस बात का संकेत हैं कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस फिर सरकार बनाएगी. डोटासरा ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी के प्रति प्रदेश की जनता का रुझान बढ़ रहा है. बीजेपी प्रदेश में अप्रासंगिक होती जा रही है.
किसानों और युवाओं ने सत्तारूढ़ सरकार को सबक सिखाया
वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने चुनाव परिणामों को लेकर कहा कि किसानों और युवाओं ने जनविरोधी कांग्रेस सरकार के खिलाफ दिया मैंडेट दिया है. राज्य सरकार के संपूर्ण किसान कर्जमाफी सहित सभी वादे अधूरे रहे. राजस्थान के राजनीतिक इतिहास में किसी विपक्षी दल का पंचायतीराज चुनाव में यह शानदार प्रदर्शन है. जनता के आशीर्वाद से कोटा और बारां के जिला परिषद चुनावों में बीजेपी की शानदार जीत से हाड़ौती संभाग से लेकर पूरे राजस्थान में पार्टी को बड़ी मजबूती मिलेगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-राजस्थान: 14 साल के लड़के ने पड़ोस की 7 साल की बच्ची का किया रेप
राजस्थान-छत्तीसगढ़ में थी तकरार, गहलोत सरकार के लिए संकटमोचक बनी योगी सरकार
राजस्थान में सेना की किशनगढ़ फील्ड फायरिंग रेंज में मोर्टार फटा, 1 जवान की मौत, 8 घायल
Leave a Reply