मुंबई. मुंबई की सेन्ट्रल रीजन साइबर सेल और क्राइम ब्रान्च की टीम ने एक प्राइवेट मनी ट्रांसफर कम्पनी के सर्वर को हैक कर 2.01 करोड़ रुपयों के गबन के मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपी रोहित राठौड़, रफीक पयक और शमशाद खान ने पूरी प्लानिंग से इस ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. मुख्य आरोपी रोहित राठौड़ ने इस प्राइवेट मनी ट्रांसफर कम्पनी की एक फ्रेंचाइजी ली थी, जिसके जरिए उसे इस फाइनेंस कम्पनी के सर्वर एक्सेस की जानकारी मिल चुकी थी.
और फिर यहीं से ठगी का कारोबार शुरू हुआ. रोहित राठौड़ नाम का मुख्य आरोपी किसी भी ट्रांजेक्शन को अपनी फ्रेंचाइजी के जरिए रूट करके पैसे ट्रांसफर करने की जगह मनी ट्रांसफर कम्पनी के बिना जानकारी के हैक किए गए सर्वर का इस्तेमाल कर सामने वाले के पैसों का ट्रांजेक्शन कर देता था. इसके बाद उन पैसों को अपने और अपने दो आरोपी साथियों के बैंक अकाउंट में भेज देता. इस तरह राठौड़ ने एक साल में 3000 ट्रांजेक्शन कर मनी ट्रांसफर कम्पनी को भारी चुना लगाया.
मामला तब सामने आया जब कम्पनी ने सालाना बैंक ऑडिट में 2 करोड़ की हेराफेरी पाई. शुरुआती जांच में पता चला कि सर्वर हैक कर ठगी की गई है, जिसके बाद साइबर सेल ने इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. ठगे गए 2 करोड़ की रकम कहां गई और किन-किन लोगों के साथ ठगी की गई… इन सारी चीजों की जांच में एजेंसियां जुटी हुई हैं.
साइबर सेल और क्राइम ब्रांच की टीम ने फिलहाल रोहित राठौड़ और रफीक पयक को गिरफ्तार कर जांच के लिए उनकी 5 दिन की पुलिस रिमांड ली है, जबकि आरोपी शमशाद खान कोविड पॉजिटिव पाया गया है जिसके बाद उसे कोविड-19 सेन्टर में रखा गया है और उसके ठीक होने पर पुलिस उसकी रिमांड लेने की तैयारी में है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के नाम पर वसूली, फेक कॉल ऐप से फिरौती मांगने के मामले में 6 अरेस्ट
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