राजस्थान के छोटे से गांव की बेटी बनी मिसाल, यूनेस्को वर्ल्ड टीन पार्लियामेंट में बनी इंफ्लुएंसर सांसद

राजस्थान के छोटे से गांव की बेटी बनी मिसाल, यूनेस्को वर्ल्ड टीन पार्लियामेंट में बनी इंफ्लुएंसर सांसद

प्रेषित समय :13:26:37 PM / Mon, Jan 24th, 2022

उदयपुर. उदयपुर के लूणदा गांव की रहने वाली अन्नपूर्णा यूनेस्को की विश्व किशोर संसद में बतौर इनफ्लुएंसर सांसद के रूप में शामिल हुई. किशोर संसद के लिए दुनियाभर के 300 प्रतिभागियों का चयन किया गया था और उसमें से टॉप 200 का सिलेक्शन किया गया. इन 200 प्रतिभागियों में उदयपुर की अन्नपूर्णा भी शामिल है. दरअसल वर्ल्ड टीन पार्लियामेंट 2021 की ओर से जुलाई महीने में एक फॉर्म निकालकर दुनियाभर के युवाओं से 59 सेकंड का एक वीडियो बनाकर मैं दुनिया को कैसे सुधार सकता हूं विषय पर उनकी राय जानी थी. इस विषय पर उदयपुर की अन्नपूर्णा ने भी अंग्रेजी भाषा में 59 सेकंड का वीडियो वर्ल्ड टीन पार्लियामेंट के फेसबुक पेज पर अपलोड किया था. अन्नपूर्णा का चयन होने के बाद पहला पार्लियामेंट्री सेशन जूम मीटिंग पर आयोजित किया गया.

इस सेशन में राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, युनिसेफ चीफ ऑफ जनरेशन युवा की द्वारका श्रीराम व हेड ऑफ सेंटर इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन नेटवर्क पुरुषोत्तम कौशिक ऑनलाइन मौजूद रहे. डॉ. सीपी जोशी ने कार्यक्रम में दुनिया के अलग-अलग देशों में डेमोक्रेसी के अलग-अलग तरीकों की जानकारी दी. अन्नपूर्णा इस ऑनलाइन सेशन में इनफ्लुएंसर सांसद के रूप में शामिल हुई. अन्नपूर्णा अपने गांव में खूबसूरत पेंटिंग बनाने को लेकर भी प्रसिद्ध है. उसे डांस करना भी पसंद है.

कल्याण सिंह कृष्णावत जो कि पेशे से किसान है, उनकी 12वीं में पढ़ने वाली बेटी अन्नपूर्णा ने अपने वीडियो के मार्फत एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की, इसलिए उसे ना सिर्फ यूनेस्को की संसद में भाग लेने के लिए चुना गया बल्कि उसे इनफ्लुएंसर सांसद बनाया गया. पहले सेशन में अन्नपूर्णा ने अपनी बात रखी और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को और किशोरों को जागरूक करने की बात कही. अन्नपूर्णा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए एक ऐसे प्लेटफॉर्म पर जोर दिया, जहां वह अपने आइडिया और अनुभवों को साझा कर सकें.

अन्नर्पूणा ने अपने वीडियो में स्वच्छता के बारे में बताते हुए कहा अगर स्वच्छता होगी तो बीमारियां नहीं फैलेगी. उसने चिकित्सा के बारे में बताते हुए कहा कि अगर प्रत्येक देश चिकित्सा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा तो आज जो परिस्थितियां हैं, उससे राहत मिलेगी. अन्नपूर्णा ने ऑनलाइन और पेपर वर्क को प्रमोट करने की बात कहते हुए कहा कि जिनता कार्य ऑनलाइन होगा, उतने ही मीटिंग के खर्चे बचेंगें. अन्नपूर्णा ने शिक्षा की नीतियों को बदलने की बात कही. उसने कहा कि शिक्षा का मतलब पैसा कमाना नहीं होना चाहिए. अन्नपूर्णा भले ही छोटे से गांव की रहने वाली हो लेकिन उसने अपनी काबिलियत के दम पर पूरी दुनिया में लोहा मनवाया है. उदयपुर का नाम दुनिया में रोशन किया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

राजस्थान: पत्नी व उसकी कोख में पल रहे जुड़वां बच्चों को मरवाने की साजिश, डॉक्टर को सुपारी देने वाला पति गिरफ्तार

क्या शादी के बाद बदल जाता है किसी महिला का मूल निवास? राजस्थान हाईकोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला

राजस्थान में कोरोना की नई गाइडलाइन जारी, जानिए क्या मिली छूट, कहां रहेगी पाबंदी

राजस्थान के जालोर में SHO ने महिला कांस्टेबल से मांगा एक रात का साथ, बोला- मैं तुम्हें बहुत चाहता हूं

Leave a Reply