पटना. यूपी में का बा गाने के बाद लोक गायिका नेहा सिंह राठौर अब इसका पार्ट-2 वर्जन लेकर आईं हैं. यूपी में का बा-2 गाने को उन्होंने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पर डाला है. गीत की शुरुआत किसानों के सवाल से की है. उन्होंने नए गीत में रेप, अपहरण, रामराज की चर्चा की है. नेताओं के परिवारवाद पर भी निशाना साधा है. साथ ही गोरखपुर सांसद और भोजपुरी अभिनेता रवि किशन का नाम लिए बिना व्यंग्य किया है कि गरीबों का पसीना महकता है.
नेहा के इस नए गीत के बोल पढि़ए...
खेती के पूंजी जर गइलें, गन्ना सब संढ़वां चर गइलें, भर सिवाने हुल-हुल भईसा लखे दांत बा.. क्क में का बा...कुल के दीपक हर दल में है ऐसन कारामत बा...नेता नगरी के असली चि_ा अबकी खुलत जात बा... रेप अपहरण नेता जी के जाहिर मिजाज बा... का हो भैया, का हो बहनी इ हे रामराज बा... होटल से खाना मंगवा के घुरहू घरे खाले, घुरहू के पसीना महकत रहे कहे में ना जला ले.... यूपी में का बा.
विरोधियों को नेहा का जवाब
इस गाने में नेहा ने उन आलोचकों को भी जवाब दिया है, जो सरकार पर निशाना साधने के लिए उन्हें ट्रोल कर रहे हैं. उन्होंने गाया है, भोट देहब तोहके त सवाल पूछब केसे, साच बतिया काही ला त मर्चा काले लेसे.... यूपी में का बा....
खुद लिखती हैं और बिना ज्यादा ताम-झाम के गाती हैं
नेहा सिंह राठौर ऐसी लोक गायिका हैं, जो पॉलिटिकल सटायर गाने के लिए फेमस रही हैं. क्क में का बा गीत से पहले उनका गीत बिहार विधानसभा चुनाव के समय आया था. तब बिहार में का बा गाकर उन्होंने तहलका मचा दिया था. बिहार में का बा, गीत में उन्होंने गाया था, कोरोना से बीमार बा, बाढ़ से बदहाल बा, भरी जवानी में मंगरुवा चलत ठेगुरवा चाल बा... का बा.
उन्होंने यूपी चुनाव से पहले जुमलेबाज रजऊ गीत भी गाया. बेरोजगारों और छात्र संघ चुनाव जैसे सामयिक मुद्दों पर भी उन्होंने गीत गाए हैं. वह बिहार के पारंपरिक लोक गीत भी गाती हैं, पर उनकी मुख्य पहचान व्यंग्य गीत गाने की वजह से ही है. वह अपने व्यंग्य गीत खुद से ही लिखती हैं और बिना किसी साज के गाती हैं. कभी-कभी सिर्फ एक ढोलक संगत दे रहा होता है.
इन दिनों हो रहीं ट्रोल
यूपी में का बा गीत गाने के बाद नेहा सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगी हैं. कई तरह से उन्हें धमकियां भी मिली है. इसकी जानकारी खुद नेहा ने कई बार सोशल मीडिया पर लाइव आकर दी है. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा, ऐसे गीत गाती रहेगी, डरने वाली नहीं हूं. सत्ता पक्ष के फॉलोवर ने जब उनसे सवाल किया कि यूपी चुनाव में सिर्फ योगी सरकार से सवाल क्यों कर रही हैं तो नेहा ने जवाब दिया, जनता विपक्ष से सवाल नहीं करेगी, वो तो उसी से सवाल करेगी जिसे कुर्सी पर बैठाया है. सरकार से सवाल करेगी.
बिहार के रामगढ़ की रहने वाली हैं
नेहा कहती हैं कि भोजपुरी को भिखारी ठाकुर ने ऊंचाई दी, पर अब कुछ गायकों ने द्विअर्थी गीत गाकर भोजपुरी को बदनाम कर दिया है. वह अपने गीतों से भोजपुरी बचाओ आंदोलन भी चला रही हैं. बता दें, नेहा साइंस से ग्रेजुएट हैं. संगीत की कोई शिक्षा नहीं ली है. फिर भी वह लोक गीत गाती हैं और खूब सुनी जाती हैं. वह मूल रूप से बिहार के कैमूर जिले के रामगढ़ की रहने वाली हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस को तगड़ा झटका, स्टार प्रचारक आरपीएन सिंह बीजेपी में होंगे शामिल
यदि यूपी में असली जातिवाद चला, तो आधी आबादी को पूरा हक मिल जाएगा?
अभिमनोजः यूपी में बीजेपी को जेडीयू कितना नुकसान पहुंचाएगी?
मौसम विभाग की चेतावनी, अगले दो दिन एमपी, दिल्ली, यूपी समेत इन राज्यों में पड़ेगी शीतलहर
Leave a Reply