जयपुर. राजस्थान में शिक्षक भर्ती को लेकर बीते साल हुई रीट परीक्षा में धांधली को लेकर अब हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. बुधवार को एसओजी की तरफ से कहा गया कि जयपुर के शिक्षा संकुल से ही पेपर लीक हुआ है जिसके बाद एसओजी ने उदाराम और रामकृपाल मीणा को गिरफ्तार किया है. वहीं इससे पहले एसओजी ने गुजरात से आरोपी भजनलाल को भी दबोचा था. कांग्रेस सरकार के तीसरे साल में हुई इस सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा में धांधली को लेकर अब बीजेपी हमलावर हो गई है.
राजस्थान बीजेपी के नेता सरकार पर पेपर लीक को लेकर सीधा हमला करते हुए सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां और उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के अलावा बीजेपी सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने रीट परीक्षा में हुई धांधली पर सीबीआई जांच की मांग उठाई है.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस मामले पर कहा कि प्रदेश सरकार बड़े मगरमच्छों को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है. पूनिया ने आरोप लगाया कि एसओजी की जांच और गिरफ्तार हुए 35 आरोपियों के बाद यह साफ हो गया है कि शिक्षा संकुल के पेपर स्टोरेज सेंटर से परीक्षा का पेपर एक दिन पहले निकला और पेपर लीक हुआ है. पूनिया ने आगे कहा कि पेपर में धांधली कांग्रेस सरकार के संरक्षण के बिना सम्भव नहीं है ऐसे में इसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है. अब देखना है कि नैतिकता की दुहाई देने वाली सरकार इस मामले को सीबीआई को कब सौंपती है.
वहीं विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि एसओजी की ओर से जयपुर में शिक्षा संकुल से रीट भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने की बात स्वीकारी गई है ऐसे में अब सरकार को तुरंत मामले की जांच सीबीआई को सौंपनी चाहिए. राठौड़ ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में होने वाली हर भर्ती परीक्षा में पेपर आउट करने वाला एक संगठित गिरोह है और पेपर माफियाओं के सत्ता में बैठे राजनीतिक आकाओं के साथ घनिष्ठ संबंध हैं.
वहीं दूसरी तरफ राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी रीट पेपर लीक प्रकरण पर सरकार और कुछ अफसरों पर हमला बोला है. मीणा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सरकार और एसओजी को करीब तीन महीने पहले मैंने यह तथ्य दिए थे और शिक्षा संकुल से पेपर लीक का मामले की बात मैं शुरू से कह रहा हूं.
किरोड़ी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि अब एसओजी मेरे दिए अन्य तथ्यों की भी जांच करें. मीणा ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारौली और जिला कॉर्डिनेटर प्रदीप पाराशर की लीक मामले में अहम भूमिका बताई और दोनों को गिरफ्तार करने की मांग की. मीणा ने आगे आरोप लगाया कि बोर्ड अध्यक्ष को सत्ता का संरक्षण हासिल है और इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि मेहनत करने वाले बेरोजगारों के भविष्य के बारे में सोचने के बजाय सरकार पेपर लीक करने वालों को बचाने में पैसे खर्च कर रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-बिकिनी लुक में रीटा ओरा ने शेयर की तस्वीरें, रेत पर खड़े होकर दिए कातिलाना पोज
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