नई दिल्ली. एयर इंडिया को टाटा ग्रुप को सौंप दिया गया. इसके साथ ही एयर इंडिया के विनिवेश की प्रक्रिया पूरी हो गई. दीपम सचिव तुहीन कांत पांडेय ने कहा कि एयर इंडिया में सरकार की पूरी हिस्सेदारी टाटा संस की सब्सिडियरी कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिया गया है. अब से एयर इंडिया का नया मालिक टाटा ग्रुप है.
इस मौके पर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि यह प्रक्रिया पूरी हो गई है. एयर इंडिया की घर वापसी से हम काफी खुश हैं. अब हमारी कोशिश इस एयरलाइन को वर्ल्ड क्लास बनाने की है. रिपोर्ट के मुताबिक, महाराजा की कमान संभालते ही टाटा ग्रुप सबसे पहले एयर इंडिया के लेट लतीफी वाले दाग को धुलेगा. टाटा ग्रुप की पहली कोशिश होगी कि एयर इंडिया की फ्लाइट का संचालन समय पर हो.
इसके अलावा भी कई अन्य बदलावों पर विचार किया जा रहा है. इसमें सीटिंग अरेंजमेंट के साथ-साथ केबिन क्रू का ड्रेस कोड चेंज किया जाना शामिल है. टाटा ग्रुप का कारोबार होटल इंडस्ट्री में भी है. ऐसे में एयर इंडिया के मुसाफिरों को अच्छी क्वॉलिटी का खाना भी मिलेगा. एयर इंडिया के एक अधिकारी के मुताबिक, अब एयर इंडिया की सभी फ्लाइट में रतन टाटा का वॉयस रिकॉर्ड सुनाया जाएगा. बता दें कि अक्टूबर 2021 में टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी 18000 करोड़ में खरीदी थी. यह बोली टाटा सन्स की सब्सिडियरी कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से लगाई गई थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, SBI के नेतृत्व में बैंकों का कंसोर्टियम टाटा ग्रुप को एयर इंडिया के संचालन के लिए लोन उपलब्ध कराएगा. इस कंसोर्टियम में SBI, PNB, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल है. यह कंसोर्टियम टाटा ग्रुप को टर्म लोन के साथ-साथ वर्किंग कैपिटल लोन भी उपलब्ध करवाएगा. टाटा ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने 8 अक्टूबर 2021 को 18000 करोड़ में एयर इंडिया को खरीदा था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-Nykaa की सफलता ने टाटा ग्रुप का ध्यान ब्यूटी बिजनेस की तरफ फिर खींचा
टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया को खरीदने के लिए आखिरी दिन बोली लगाई, स्पाइसजेट भी दौड़ में
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