फ्रैंक वाल्टर स्टीनमीयर फिर चुने गए जर्मनी के राष्ट्रपति, राजनीतिक दलों ने लगाई नाम पर मुहर

फ्रैंक वाल्टर स्टीनमीयर फिर चुने गए जर्मनी के राष्ट्रपति, राजनीतिक दलों ने लगाई नाम पर मुहर

प्रेषित समय :15:40:56 PM / Mon, Feb 14th, 2022

बर्लिन. जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक वाल्टर स्टीनमीयर विशेष संसदीय एसेंबली की ओर से रविवार को अगले पांच सालों के लिए फिर से राष्ट्रपति चुन लिए गए. राष्ट्राध्यक्ष पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए उनके नाम पर मुख्यधारा के ज्यादातर राजनीतिक दलों ने मुहर लगा दी. जर्मनी की संसद के निचले सदन के सदस्यों और 16 प्रांतों के प्रतिनिधियों से बनी विशेष एसेंबली की ओर से बड़े बहुमत से स्टीनमीयर को दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुना गया. निर्वाचित होने के बाद विशेष एसेंबली में अपने संबोधन में स्टीनमीयर ने कहा कि मेरी जिम्मेदारी उन सभी लोगों के प्रति है, जो इस देश में रहते हैं. दलीय भावना से ऊपर उठकर, हां लेकिन जब लोकतंत्र की बात आती है तो मैं तटस्थ नहीं हूं. जो भी लोकतंत्र के लिए लड़ेगा, वो अपने साथ मुझे पाएगा. जो भी उसपर हमला करेगा, वो मुझे विरोधी के रूप में देखेगा.

साल 2017 में राष्ट्रपति बनने से पहले वो एंजेला मर्केल के चांसलर रहने के दौरान विदेश मंत्री थे. उससे पहले वो चांसलर ग्रेहार्ड स्क्रोडर के चीफ ऑफ स्टाफ थे. जर्मनी में राष्ट्रपति के पास कार्यकारी शक्तियां तो नहीं हैं, लेकिन वो एक अहम नैतिक प्राधिकार होते हैं. जर्मनी की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन और उससे संबद्ध क्रिश्चियन सोशल यूनियन ने भी कहा था कि वो स्टीनमीयर के पुनर्निर्वाचन का समर्थन करेंगी.

उधर इस बीच जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज रूस और यूक्रेन के बीच तनाव कम करने के प्रयासों के तहत अगले हफ्ते दोनों देशों की यात्रा करेंगे. शोल्ज ऐसे समय में ये यात्रा कर रहे हैं, जब पश्चिमी खुफिया अधिकारियों ने यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका को लेकर सचेत किया है और जर्मनी ने अपने नागरिकों से यूक्रेन से बाहर निकल जाने को कहा है. शोल्ज यूक्रेन के राष्ट्रपति से मुलाकात के लिए सोमवार को कीव और रूस के राष्ट्रपति से मिलने के लिए मंगलवार को मॉस्को की यात्रा करेंगे. यात्रा के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने रूसी हमले की आशंका को लेकर फिर से सचेत किया और विभिन्न रूप से राजनयिक प्रयासों को जारी रखने की वकालत की.

शोल्ज ने शुक्रवार को जर्मन संसद के ऊपरी सदन में कहा कि ये सुनिश्चित करना हमारा काम है कि हम यूरोप में हमले को रोकें. इसी के मद्देनजर हमने रूस को एक स्पष्ट संदेश भेजा है कि किसी भी सैन्य आक्रामकता का रूस को गंभीर परिणाम भुगतना होगा. शोल्ज ने कहा कि साथ ही बातचीत की सभी संभावनाओं को भी तलाशना जरूरी है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

जर्मनी की हीडलबर्ग यूनिवर्सिटी में गोलीबारी, एक महिला की मौत, हमलावर ने भी कर ली खुदकुशी

लुधियाना के बाद मुंबई में भी हमले की थी साजिश! जर्मनी में खालिस्तानी दहशतगर्द गिरफ्तार

जूनियर हॉकी विश्व कप: 6 बार का चैम्पियन जर्मनी और अर्जेंटीना सेमीफाइनल में

जर्मनी के दो बड़े फुटबॉलर को हुआ कोरोना, डर के कारण नहीं लगवा रहे थे वैक्‍सीन

एंजेला मर्केल युग का हुआ अंत: ओलाफ शॉल्त्स बनेंगे जर्मनी के नए चांसलर

Leave a Reply