नई दिल्ली. ऋद्धिमान साहा को भारतीय टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया है. टीम से बाहर किए जाने के बाद साहा ने कई खुलासे किए हैं. उन्होंने खुलासा किया है कि मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के नेतृत्व वाली टीम मैनेजमेंट ने उन्हें संन्यास के बारे में सोचने के लिए कहा था, क्योंकि अब उनके नाम पर चयन के लिए विचार नहीं किया जाएगा. पिछले दिनों पीटीआई की खबर के अनुसार साहा ने रणजी ट्रॉफी से इसीलिए नाम वापस लिया, क्योंकि उनसे कहा गया था है कि उन्हें भारतीय टीम में अब नहीं चुना जाएगा.
पत्रकारों से बात करते हुए भारतीय विकेटकीपर ने कहा कि टीम मैनेजमेंट में मुझसे कहा था कि अब मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाएगा. मैं यह तब तक नहीं बता सकता था, जब तक मैं भारतीय टीम के सेटअप का हिस्सा था. मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के साथ बातचीत के बारे में बताते हुए साहा ने कहा कि यहां तक कि राहुल द्रविड़ ने सलाह दी थी कि मुझे संन्यास लेने के बारे में सोचना चाहिए.
साहा के निशाने पर सौरव गांगुली भी
साहा ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पर भी निशाना साधा, जिनको लेकर उन्होंने दावा किया कि गांगुली ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उन्हें टीम में अपनी जगह को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जब मैंने कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में पैन किलर लेकर नाबाद 61 रन की पारी खेली थी तो बीसीसीआई अध्यक्ष ने मुझे बधाई दी थी.
साथ ही कहा था कि जब तक वो बीसीसीआई अध्यक्ष हैं, तब तक मुझे किसी भी चीज को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है. साहा ने कहा कि बोर्ड अध्यक्ष की इन बातों को सुनकर मेरा आत्मविश्वास बढ़ा था, लेकिन मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि सब कुछ इतनी जल्दी कैसे बदल गया. श्रीलंका के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए चयन समिति ने साहा के अलावा अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा और इशांत शर्मा को भी बाहर कर दिया है.
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